तूता धरना स्थल में हड़तालों की बाढ़-नगरीय निकाय चुनाव का बहिष्कार करेंगे-हड़ताली कर्मचारी

रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य में नरेंद्र मोदी की गारंटी तथा मुख्यमंत्री के सुशासन के विपरीत अनेक विभागों में कर्मचारियों के साथ वादा खिलाफी हो रही है। बड़े आशा और विश्वास के साथ सरकार का गठन करने वाले कर्मचारी अब आंदोलन रत है। तूता धरना स्थल में पांच संगठनों का आंदोलन चल रहा है। जिसमें प्रमुख रूप से नगरीय निकाय के प्लेसमेंट कर्मचारियों, नगर निगम के नियमित कर्मचारी, धान खरीदी केंद्र के कंप्यूटर ऑपरेटर, स्वच्छता दीदी एवं मितानिन शामिल है। इन कर्मचारियों को चुनाव पूर्व धरना स्थल में उपमुख्यमंत्री अरुण साव एवं वित्त मंत्री ओपी चौधरी सहित वरिष्ठ नेता एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने आश्वस्त किया था कि अब हमारी सरकार बनेगी तो आपको नियमितिकरण,पेंशन, पदोन्नति आदि का लाभ मिलेगा। आंदोलनकारियों की सभा को कर्मचारी नेता विजय कुमार झा ने संबोधित करते हुए कहा कि अब समय आ गया कि कर्मचारियों को चट्टानी एकता का परिचय देना पड़ेगा। जब देश में बटोगे तो कटोगे के नारे बुलंद हो रहे हैं, तब कर्मचारियों को एक रहोगे तो नेक रहोगे की स्थिति में संघर्ष करना चाहिए। आंदोलनकारियों का नेतृत्व निगम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष प्रमोद यादव, प्लेसमेंट अध्यक्ष संजय ऐडे तथा मितानिन, स्वच्छता दीदी के प्रदेश अध्यक्ष एवं धान खरीदी कंप्यूटर ऑपरेटर संघ के अध्यक्ष के नेतृत्व में निरंतर अनिश्चितकालीन आंदोलन जारी है। वही कड़ाके के ठंड में तूता धरना स्थल पर कोई सुविधा नहीं है। श्री झा ने आंदोलनकारिर्यों को बताया कि देख तेरे संसार की हालत क्या हो गई भगवान। तूता की स्थिति विकट है। इसलिए रायपुर में धरना स्थल स्थापित करना चाहिए, जिसका आश्वासन अरुण साव,उप मुख्यमंत्री एवं ओपी चौधरी वित्त मंत्री, विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह आदि ने दिया था।

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