रायपुर,,,श्री राजराजेश्वरी महामाया माता मंदिर महामाई पारा रायपुर के तत्वाधान में आप सबके अथक प्रयास, परिश्रम के फलस्वरुप श्री राम कथा का आयोजन हुआ. वाणी भूषण पं शंभू शरण लाटा जी के मुखारविंद से राम कथा रूपी गंगा में गोते लगाकर हम सबने अपने जीवन को धन्य किया है, निसंदेह इस व्यापक निर्णय के लिए न्यास समिति के अध्यक्ष श्रद्धेय आनंद शर्मा , व उनकी पूरे न्यास समिति के सदस्य व पदाधिकारियों का भागीरथी प्रयास इस कथा रूपी नौका को पार लगाया. इस नौका के खेवनहार कार्यक्रम प्रभारी विजय शंकर अग्रवाल की भूमिका, समिति के पदाधिकारी आदरणीय श्री आनंद शर्मा जी, आदरणीय श्री विजय शंकर अग्रवाल जी, समस्त न्यास समिति के सदस्य व पदाधिकारी तथा मंदिर में कार्यरत समस्त कर्मचारी, पुजारी गण इन सबका इस सफल आयोजन में वैसे ही भूमिका रही है, जैसे श्रीराम के समुद्र पार लगाने के लिए सेतु बंधन में एक-एक पत्थर की भूमिका रही है. इसी प्रकार हजारों की संख्या में वानर सेवा के रूप में श्रोतागण भी अत्यंत शांतिपूर्ण ढंग से हृदय व मन से कथा का श्रवण किया. किराया भंडार लाइट माइक की व्यवस्था वाले भी कहीं ना कहीं गिलहरी की भूमिका में रहे हैं. इसके साथ ही गुरु परिवार के सभी सक्रिय सदस्य गण जामवंत की भांति कथा में अपनी महती भूमिका अदा की है. जिस प्रकार तुलसीदास जी ने रामायण लिखने के पूर्व सभी की वंदना की है, वैसे ही इस श्रीराम कथा में बहुत सारे भक्तों ने परोक्ष रूप से हमें सफलता प्रदान करने में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. रायपुर शहर के प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, व मानस वीडियो फिल्म ने भी बिना कथा स्थल पहुंचे श्रद्धालुओं तक कथा पहुंचने में अपनी भूमिका अदा की है। उन सबका भी हृदय से आभार वंदन अभिनंदन है.आप सबका पुनः हृदय से धन्यवाद आभार ज्ञापित करते हुए,जाने अनजाने में कोई त्रुटि हुई हो तो उसके लिए क्षमा मांगते हुए मां भगवती से सबके कल्याण की कामना करते हैं.आप सबका पुनः आभार अभिनंदन.