रायपुर। छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी संघ के कर्मियों द्वारा विगत 5 दिनों से जिला तहसील में धरना के बाद आज 20 जनवरी को बूढ़ातालाब धरना स्थल पर महारैली निकालकर सरकार के चुनावी घोषणा पत्र की ओर ध्यान आकृष्ट किया तथा प्रदेश के कर्मचारियों के माथे पर लगे संविदा के कलंक को समाप्त करने की मांग मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से की है। आंदोलनकारियों की सभा को कर्मचारी नेता विजय कुमार झा ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश का संविदा कर्मचारी अब गणतंत्र दिवस पर अनियमित शब्द से आजादी चाहता है। सरकार बनने के पूर्व चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादे अनियमित कर्मचारियों की मंच में आकर 10 दिन में नियमितीकरण का आश्वासन देकर भी नियमित न करने से प्रदेश के युवाओं में व्यापक आक्रोश है। आक्रोशित संविदा कर्मचारियों ने गत दिनों कौशल्या माता मंदिर से भी पदयात्रा दंतेवाड़ा, सरगुजा,जशपुर से पदयात्रा निकाली थी। आज महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष कौशलेंद्र तिवारी सूरज सिंह आदि के नेतृत्व में विशाल रैली निकाली गई। जिसमें बड़ी संख्या में संविदा नर्सेज कर्मचारी सहित महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। जिसमें एक संविदा कर्मचारी महात्मा गांधी का रूप बनाकर तथा दो महिलाएं रानी लक्ष्मीबाई के स्वरूप में रैली का प्रतिनिधित्व कर रही थी। श्री झा ने चेतावनी दी है कि 26 जनवरी के पूर्व यदि इनको आजादी नहीं मिलती तो सरकार की आजादी पर खतरा होगा तथा आगामी चुनाव वर्ष को संघर्ष वर्ष मानकर आंदोलन का विस्तार किया जाएगा।
