दुर्ग। छत्तीसगढ़ी फिल्मों में अपनी अपने हास्य कला के माध्यम से सब को हंसाने गुदगुदाने वाले कलाकार, शिव कुमार दीपक अब हमारे बीच नहीं रहेे,कचरा बोदरा नाम से प्रसिद्ध हुए श्री दीपक और कमल नारायण की जोड़ी को लोग कभी नहीं भूल पायेंगे। कॉमेडियन की फेहरिस्त में शामिल वरिष्ठ कलाकार शिवकुमार की अंतिम यात्रा कल 26 जुलाई को उनके गृह ग्राम पोटिया कला, जिला दुर्ग से निकाली जाएगी। इस खबर से संपूर्ण कला जगत में शोक की लहर है।
गौरतलब हो कि स्वर्गीय शिवकुमार दीपक चंदैनी गोंदा से लेकर छत्तीसगढ़ी फिल्मों में अपने अभिनय के लिए जाने जाते थे। नाटकों और फिल्मों में वे ज्यादातर महिला का किरदार अदा किया करते थे। वे ऐसा अभिनय करते थे की जैसे एक महिला कलाकार भी नहीं कर पाते थे।
उन्होंने छत्तीसगढ़ी सिनेमा के जाने-माने निर्माता निर्देशक प्रेम चंद्राकर, सतीश जैन, संतोष जैन के साथ दूरदर्शन से लेकर बीबीसी के कार्यक्रमों में अपने अभिनय की उम्दा छाप छोड़ी थी। कल उनके गृह ग्राम पोटिया कला में उन्हें श्रद्धांजलि देने कलाकार बड़ी संख्या में एकत्रित होंगे। उनके सुपुत्र शैलेश साव भी अभिनय क्षेत्र में सक्रिय हैं। छत्तीसगढ़ी फिल्मों में कॉमेडियन की फेहरिस्त में उनका नाम टॉप पर रहा है। छत्तीसगढ़ की पहली फिल्म कहि देबे संदेश से अभिनय की शुरुआत हुई और घरद्वार, मया देदे मया लेले,परदेसी के मया, तोर मया के मारे सहित कई फिल्मों में अभिनय किया था।