आशा शर्मा@सिहावा नगरी // मुख्यमंत्री के भेट मुलाकात कार्यक्रम मे सिहावा मे प्रेस वार्ता मे पत्रकारो ने जिला से लेकर ब्लाक की समस्याओ पर प्रमुखता से अपनी बात रखी। विकास विहीन क्षेत्र के 34 वन ग्रामो की समस्याओ को प्रमुखता से उठाया जहा मुख्यमंत्री ने समस्याओ को देखते हुए पूल पर विचार करने आश्वस्त किया।
उल्लेखनीय है की धमतरी जिले के अंतिम छोर पर बसा टायगर रिजर्व फारेस्ट क्षेत्र रिसगाव समेत आसपास मे दर्जनो ग्राम बसा हुआ है जो वन क्षेत्र 560 वर्ग की मी क्षेत्र मे फैला हुआ है जहा बसे ग्रामीण आज अपनी मूलभूत समस्याओ से निजात पाने छटपटा रहे ग्रामीणो द्वारा हमेशा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व अधिकारियो से यहा विकास कार्यो की सौगात दिलाने फरियाद करते है मगर टायगर रिजर्व फारेस्ट इनके विकास कार्य के बीच दिवार की तरह खडी है जहा ग्रामीणो को सडक , पूल , बिजली , स्वास्थ्य , शिक्षा के लिये भटकना पड रहा है अब तो यहा मुख्यमंत्री की मुख्य कार्य योजना नरवा घुरवा गरवा और बाडी भी दम तोड रही रिजर्व फारेस्ट मे अब तक एक भी गौठान का निर्माण नही हो पाया जिसके चलते यहा बसे ग्रामीण अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे।
हाथियो के आतंक से भी भयभीत
वही यह क्षेत्र शिकासेर दल के हाथियो की झुण्ड जो लगभग 32 या 33 की संख्या मे है जहा हाथियो द्वारा वनांचल मे बसे आदिवासियो की खेतो मे फसल सोलर पेनल झोपडियो से लेकर ग्रामीणो की भी।हत्या कर दे रहे जो आज वनांचल वासियो के लिये सबसे बडी चिन्ता का कारण है जहा सोन्ढूर नदी मे पूल नही होने के चलते आवागमन की सबसे बडी समस्या होती है जहा ग्रामीणो की आज मुख्य माग नदी मे पूल है जिससे ग्रामीणो के साथ वन विभाग भी बारिश के दिनो मे पेट्रोलिंग व जंगलो की निरिक्षण मे किसी प्रकार की कोई दिक्कत नही होगी वही यह क्षेत्र उडीसा बार्डर से भी लगा है जहा उडीसा द्वारा अवैध कटाई पर भी कारगार साबित होगी।