छुरा-आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र की महिलाएं रक्तदान के प्रति जागरूक नहीं मनोज पटेल रेड क्रॉस सोसाइटी संरक्षक सदस्य रक्तदान जागरूकता अभियान चलाकर लगातार युवाओं व महिलाओं को रक्तदान के प्रति प्रेरित कर रहे हैं।।
महिलाएं कहती है हमारे शरीर में खून नहीं हैं हम रक्तदान करेंगे तो हमारा तबीयत खराब हो जाएगा उनकी गलत सोच बदलने के लिए गरियाबंद जिले के समाजसेवी लगातार प्रयास कर रहे हैं।
रक्तदान करने के लिए वजन 45 किलोग्राम से कम नहीं होना चाहिए। डोनर का टेंपरेचर और पल्स नॉर्मल होनी चाहिए और ब्लड प्रेशर सामान्य होना चाहिए। शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा 12.5 ग्राम होना चाहिए। इससे आसानी से रक्तदान किया जा सकता है। पुरुष हर 3 माह बाद रक्तदान कर सकता है।
महिलाएं हर 4 माह में रक्तदान कर सकती हैं
बिना टेस्ट किए ब्लड नहीं लेते आपके शरीर में सही मात्रा खून होने पर ही आपके रक्त लिया जाएगा कम होने पर नहीं लेते इस बात को महिलाओं को समझाते हुए रक्तदान करने अपील किया गया
समाजसेवी रेखराम ध्रुव ने मितानिन महिलाएं श्रीमती गोदावरी बाई सेन, श्रीमती मोतीम बाई यादव , दुलारी बाई ध्रुव, अहिल्याबाई सेन, बैशाखीन दीवान,रूखमणि दीवान,धनीता दीवान छुरा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी रक्तदान करने प्रेरित कर।
रक्तदान करने अपील किया।

