उतई ।बाबा दरबार पावन धाम धनोरा एवं समस्त ग्राम वासी के सहयोग से यह मारुति यज्ञ एवं श्रीराम कथा निरंतर चल रहा है। मारुति यज्ञ सुबह 8 से दोपहर 12 बजे तक मुख्य आचार्य तरुण दुबे प्रतिक पाण्डेय उमेश तिवारी खिलेशवर दुबे दीपक दीवान गौरव पाण्डेय गौरव दीवान आदि पंडितो के द्वारा यज्ञ संम्पन किया जा रहा है। रात्रि में जस झांकी करमतरा जालबांधा की कार्यक्रम रखा गया था जिसमें हजारों भक्तों ने इस कार्यक्रम का लाभ उठाया झांकी देखने के लिए पुरे गांव के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। 23 फरवरी को दोपहर 3 बजे से श्रीराम कंस्ट्रक्शन बोरसी के द्वारा विशाल भंडारा आयोजित किया गया है ।दरबार के श्री लक्ष्मण बाबा ने बताया कि हर रोज सुबह 8 बजे से दोप तक मारुति यज्ञ संम्पन हो रहा है। एवं दोपहर 1 बजे से बाल व्यास श्री तिलेन्द्र महराज जी के द्वारा रामकथा सारगर्भित सुना रहे है। महाराज जी ने कहा कि राजा के मन में आया कि अगर मैं भी श्री राम जी की कथा सुन लूं तो मेरा भी कल्याण हो जाएगा राजा ने एक पंडित जी से बात की पंडित जी ने कथा सुनाने के लिए तैयार हो गये निश्चित समय पर श्रीराम कथा आरंभ हुई सात दिन बीतने पर कथा समाप्त हुई दुसरे दिन राजा ने पण्डित जी को बुलाया और कहा पंडित जी न तो आपने कथा सुनाने में कोई कमी रखी न मै सुनने में कोई कमी रखी फिर कथा सुनने पर पर कोई फर्क तो नहीं पड़ा बात क्या है पंडित जी ने कहा महाराज इसका उत्तर तो मेरे गुरु जी ही देसकते है राजा ने कहा आप अपने गुरु जी को आदरपूर्वक मेरे यहां ले आये हम उनसे पुछेंगे राजा ने अपनी शंका गुरु जी के सामने रखी कि कथा सुनने पर भी मेरा कल्याण क्यों नहीं हुआ। गुरु जी ने राजा से कहा कि थोड़ी देर के लिए मुझे अपना अधिकार दे दो राजा ने उनकी बात स्वीकार कर ली गुरू जी ने आदेश दिया कि राजा और पंडित जी दोनों को बांध दो राजपुरुषो ने दोनों को बांध दिया। अब गुरु जी ने पंडित जी से कहा कि तुम राजा को खोल दो और राजा से कहा कि तुम पंडित जी को खोल दो दोनों ने उत्तर दे दिया राजा ने कहा मैं समझा नहीं गुरुजी बोले जैसे खुद बंधा हुआ आदमी दुसरे को बन्धन मुक्त नहीं कर सकता है वैसे ही स्वयं ज्ञान को अपने अनुभव में उतारे बिना कोई दुसरे का कल्याण कैसे कर सकता है अर्थात नहीं कर सकता है इस आयोजन में मुख्य रूप से उपस्थित रहे। विनोद साहू गुलाब साहू मनोज पटेल योगेश साहू मुनना गंधर्व दिनेश साहू उमेश साहू जीवराखन ठेकेदार कुंज लाल साहू मनसुखा साहू गज्जू रायपुरिया बबलू साहू चीन्टू साहू सुन्दर स्प्रे सुनील साहू ललीत साहू सुख ऊ साहू राजू देवांगन रुपलाल टेलर कल्याण देवांगन नारायण भोलू साहू वासुदेव सपरे उपसरपंच झबबू साहू सुखीराम साहू शिवचरण हेमंत तेली दिनेश साहू श्रीमती बबीता साहू ललीता यादव सुनीता साहू नीरा साहू लक्ष्मी साहू दुर्गा साहू देवकी साहू अंजू देवांगन देवश्री साहू दिशा साहू मंजू साहू मुंगा स्प्रे बुंधकुवर साहू कौशिलिया सेन नंद पंडा राजू यादव हितेश पटेल आदि भक्त सेवा दे रहे हैं।