माता पिता संस्कारित शिक्षा से ही अपना सपना और संतान का भविष्य संवार सकते है,,,एके जैन

जामगांव आर।सरस्वती शिशु मंदिर पूर्व माध्यमिक विद्यालय भाठागांव आर में मातृ सम्मेलन एवम वार्षिक उत्सव का आयोजन 12 फरवरी 2024 सोमवार को हुआ। विद्यार्थियों ने जमकर सांस्कृतिक प्रतिभा का प्रदर्शन किए ,करतल ध्वनि से तालियां बजती रही।

मातृ सम्मेलन में अतिथि जिला पंचायत सदस्य कांति सोनेश्वरी ,आबा से श्याममणी बंजारे प्रेमलता देवांगन बिहान समूह प्रेमा साहू मंचासिन रहे।अतिथि शिक्षा विद के के साहू,प्रेमप्रकाश साहू , डी आर साहू मनोहरलाल ठाकुर टी आर नागवंशी सी बी बंजारे आर एस साहू रिटायर्ड चिकित्सक बी एस कतलम डा बी के श्रीवास्तव पूर्व सरपंच विष्णु बंजारे टी के साहू एच पी साहू ललित साहू दिनेश साहू नोहर सेन देवेंद्र संतोष देवांगन मंचासिन रहे।प्रधानाचार्य कौशल जांगडे मुकेश जांगडे खिलेश्वर सेन चंद्रा दीदी भूमिका देवनतीन रश्मि धनेश्वरी मनीषा पार्वती का सराहनीय सहयोग रहा मंचासिन रहे। समारोह में प्रतिभाशाली विधार्थियो पूर्व विधार्थियो एवम समाज प्रमुखों का सम्मान किया गया।विधार्थी का होनहार भविष्य संस्कारित शिक्षा के अभाव में बेमानी है,,

, मुख्य वक्ता सरस्वती शिक्षा संस्थान छत्तीसगढ़ रायपुर दुर्ग विभाग टोली सदस्य एके जैन ने कहा कि शिक्षा और संस्कार से ही विद्यार्थी का भविष्य होनहार बन सकता है।भारतीय रोल माडल महापुरुषों से परे केवल शिक्षा भारतीय संस्कृति के अनुकूल नागरिक तैयार करने में नाकाफी है। संस्कारित शिक्षा देने में सरस्वती शिशु मंदिर की भूमिका जग जाहिर है कंठ मुक्त सराहनीय है।माता पिता केवल धन जायजाद इक्कठा करके अपने संतान का भविष्य उज्ज्वल बना लेने की सोच से बाहर निकले। बच्चों में बचपन से संस्कार का बीजारोपण करे।संस्कारित शिक्षा की ओर माता पिता का झुकाव होना चाहिए समय की मांग है,,,संस्थान प्रतिनिधि जैन ने कहा किगांव और समाज में बच्चो की बिगड़ती हुई संस्कार पर गहन चिंतन की आवश्यकता है। संस्कार के अभाव में आज की पीढ़ी बिगड़ रही है सीनियर पीढ़ी देखकर भी कुछ नहीं कर पा रही है आने वाली पीढ़ी का क्या होगा यह सोच चिंतनशील लोगो के रोंगटे खड़े होने लगे है।उन्होंने कहा कि संस्कार सभ्यता से जीवन जीने की कला सिखाता है संस्कार से परे चलने वालो से कानून व्यवस्था भी बिगड़ती है। अतएव सर्वमतेंन संस्कारित शिक्षा की ओर प्रत्येक माता पिता का झुकाव होना चाहिए।माता पिता संस्कारित शिक्षा से ही अपना सपना और संतान का भविष्य संवार सकते है।गिरते हुए संस्कार का ट्रेलर दिखने लगा है फिल्म से बचने प्रयास करे माता पिता,,,,ग्राम भारती जिला समन्वयक दीपक हिरवानी , शसिम जामगांव आर प्राचार्य पीएल बारले संकुल प्रमुख अशोक साहू ने कहा कि संस्कार बाजार में खरीदे नही जा सकते इसके लिए माता पिता को संतान के बचपन से ध्यान दिया जाना चाहिए ,बच्चा संस्कारित रहेगा तभी बच्चे का भविष्य और माता पिता का बुढ़ापा सुखद मंजिल प्राप्त कर सकेगा। आज समाज संस्कार के गिरते स्तर का पीड़ा झेलने लगा है इस ट्रेलर पर माता पिता गंभीरता के साथ ध्यान नहीं देंगे तो भविष्य में विस्फोटक फिल्म संस्कार के अभाव में विवशता पूर्वक देखना पड़ेगा।संचालन बरबसपुर प्रधानाचार्य विक्रम साहू ने किया।आभार प्रधानाचार्य कौशल जांगडे ने किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *