रायपुर। पुरानी बस्ती खो-खो पारा स्थित ठाकुर पारा चौक में एक गौ माता मकर संक्रांति की रात जब संक्रांति एक ग्रह से दूसरे ग्रह में प्रवेश कर रही थी, अत्यंत ठंड से कांप रही थी। पशु चिकित्सा विभाग के एंबुलेंस को फोन लगाने पर कोई प्रतिक्रिया न देने के कारण ऑटो में पंडरी स्थित राज्य पशुधन चिकित्सालय मोहल्लेवासी नवयुवकों ने पहुंचाया। वहां जाने पर चिकित्सालय में ताला बंद होने, कोई डॉक्टर चपरासी कंपाउंड न होने से गौ माता मकर संक्रांति के दिन जिला चिकित्सालय दरवाजे पर अपने प्राण त्याग दिए। नवयुवकों ने दरवाजा खुलवाने के लिए 112 को भी कॉल किया। 112 के आने सायरन बजाने के बाद भी चिकित्सालय नहीं खुला। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विजय कुमार झा ने कहा है कि रायपुर राजधानी में खुले में पड़े पशुधन का कोई माईबाप नहीं है। सरकार भी इस ओर गंभीर नहीं है। जो नागरिक सेवाभाव से परिश्रम करते हैं, उन्हें भी विभाग का सहयोग प्राप्त नहीं होता। रात्रि 1 बजे तमाम प्रयास के बाद चिकित्सालय के खिड़की दरवाजा मुख्य द्वार नहीं खोला गया। यह जांच का विषय है कि वहां कोई ड्यूटी में था या नहीं और था तो दरवाजे क्यों नहीं खोले गए। इसके साक्षी 112 के पुलिस स्टाफ भी हैं। चिकित्सालय से बीमार गौ माता को देखकर कुत्ते भोंकने और रोने लगे लेकिन इंसान बाहर नहीं निकले। इसके कारण मकर संक्रांति जैसे पुण्य पर्व पर एक गौ माता चिकित्सा सुविधा न मिलने व पशुधन विभाग के लापरवाही के कारण अपने प्राण त्याग दिए। इस गौ माता को ऑटो में चिकित्सालय तक ले जाने के लिए मोहल्ले वासी करण सुन्ना सेवक टीम के विनल जुड़यानी, परिणव झा, गुरमुख जुडयानी, विप्लव झा, मोहित धिरवानी, रविशंकर झा, ज्ञान धिरवानी आदि सभी मोहल्लेवासी पुरानी बस्ती ठाकुर पारा रायपुर तथा करण सुन्ना सेवक टीम संरक्षक महेंद्र सिंह ठाकुर, संतोष नायक, आदि ने देर रात तक अत्यधिक परिश्रम किया लेकिन पशुधन विभाग की लापरवाही के कारण गौ माता को नहीं बचाया जा सका। अंत तो गत्वा दुखी मन से हताश निराश नवयुवक अमृत गौ माता को वहीं प्रणाम कर दरवाजे पर ही छोड़कर वापस चले आए। आप पार्टी प्रवक्ता श्री झा ने इसकी उच्च स्तरीय जांच करने तथा दोषियों के खिलाफ कार्यवाही कर भविष्य में गौ माता की रक्षा के लिए कठोर कदम उठाए जाने व पशुधन गौ माता की रक्षा हेतु सुलभ व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से की है।