खबर हेमंत तिवारी
छुरा/प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की बात करे या मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना की विकासखंड छुरा में इस योजना से बनी सड़कों का बुरा हाल है जिम्मेदार पल्ला झाड़ने में माहिर है हर बार बच निकलते हैं। एक बार फिर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की हकीकत से रूबरू कराते हैं ।यह सड़क का कार्य सारागांव से पटपरपाली कोसमी के बीच बना है
।जिसका समूह क्रमांक सीजी 23 165 बताया जा रहा है और लागत की राशि 670.03 लाख जो 15.7 किलोमीटर की लंबाई की सड़क में कार्य प्रारंभ की तिथि 2 फरवरी 2021 और कार्य पूर्णता की तिथि 28 फरवरी 2023 को बताया गया है हालांकि अभी ठेकेदार द्वारा दी गई गारंटी 5 वर्ष की है साथ ही विभाग के चाहते ठेकेदार रायपुर निवासी का है एवं क्रियान्वयन एजेंसी पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग छत्तीसगढ़ शासन के अंतर्गत बनाए गए सड़क अपने पूर्ण होने के बाद सही अपने असली रूप में नजर आ रहा है जिस हिसाब से सालों से जिले के फिंगेश्वर और छुरा ब्लॉक में अधिकारी और इसके इंजीनियर साहब चिपके हुए हैं। उस हिसाब से सड़कों में डामर नहीं चिपक पा रहे हैं लिहाजा सड़कों के ऊपर गिट्टी झांक रही है और डामर डालने का इंतजार कर रही है।
इस गुणवत्ता हीन सड़क पर हमेशा की तरह पल्ला झड़ने का और ठेकेदारों के कार्य को तारीफ का पुल बांधने का कार्य निरंतर जारी है पूरे ब्लॉक में पुरानी सड़के बदहाल स्थिति में है। तो नव निर्मित सड़कों का यह हाल है। और जिम्मेदारों को शायद इनकी सच्चाई को सामने लाने वाले ही दोषी नजर आते हैं ।जबकि विभाग के चाहते ठेकेदार और उनके मुंशी जैसे तैसे सड़क निर्माण कर चलते बनते हैं यही वजह है कि सड़क साल भर नहीं टिक पाती और अपने असली रूप में आ जाती हैं अंदरुनी गांव में कोई बोलने वाले नहीं होते ना हीं इन अंचलों में जन प्रतिनिधियों को इतना मतलब नही रहता है। कि वह ऐसे मूलभूत सुविधाओं के प्रति आवाज उठा सके जिसका फायदा विभाग के ठेकेदार वा अधिकारी कर्मचारी जमकर उठाते हैं ।जो इस सड़क निर्माण में देखने को मिल रहा है डामर सही से लगाया नहीं गया है। ऊपर गिट्टी झांक रही है केवल डामर चटा दिया गया है ।उसके ऊपर पेटिकोट, सीलकोट जो सड़क निर्माण का नियम होता है उसका सही पालन नहीं किया गया है। ऐसे में क्या 5 साल टीक पाएगा हालांकि अभी गारंटी पीरियड में है। तो उसे बनाने की बात कही जाएगी पर क्या एक बार में ही ऐसा मजबूत सड़क क्यों नहीं बनाया जाता जो लंबे समय तक टिके रहे जिसे बार-बार रिपेयरिंग की जरूरत ही ना पड़े बहर हाल देखना होगा की खबर प्रशासन के बाद क्या विभाग हरकत में आएगा या फिर उसे हमेशा की तरह अनदेखा कर देगा।