खबर हेमंत तिवारी
पांडुका/ चारोंधाम चौक और बस स्टैंड पांडुका में एक भी मूत्रालय नहीं महिलाओं ने अपनी पुरानी साड़ी से मूत्रालय बनाया है।पांडुका अंचल के सबसे बड़े गांव पांडुका में लगभग 25 से 30 गांव के लोग आना-जाना करते हैं और यह सबसे बड़ा साप्ताहिक बाजार और आंचल के सबसे बड़ा कस्बा के नाम से जाना जाता है पर दुर्भाग्य की बात है कि इतने बड़े ग्राम पंचायत के बस स्टैंड और चारों धाम चौक में एक भी मूत्रालय नहीं जिससे आने-जाने वाले राहगीरों और खासकर महिलाओं को भारी तकलीफों का सामना करना पड़ता है और अपने लघु नित्य क्रिया निपटाने के लिए आसपास के घरों को खोजते हैं ऐसे में पांडुका के कुछ जिम्मेदार लोगों ने इस बात को देखा और लगभग 45 महिलाओं ने अपनी पुरानी साड़ियां लेकर वैकल्पिक व्यवस्था बनाएं ग्राम के खिलावन सिन्हा के नेतृत्व में महिलाओं ने चारों धाम चौक और बस स्टैंड में जमकर हंगामा किया और ग्राम पंचायत पांडुका के खिलाफ आक्रोशित होकर उप सरपंच के द्वारा अपने घर का दूषित पानी निस्तार नया तालाब में उपयोग करने को लेकर जमकर बवाल किया खिलावन सिन्हा ने बताया कि ग्राम की महिलाओं ने ग्राम पंचायत को पांडुका बस स्टैंड और चारों धाम चौक में मूत्रालय बनाने को लेकर कई बार मौखिक व लिखित आवेदन दिए पर पंचायत के सरपंच सचिव और उप सरपंच ने सुनाई नहीं की इसको लेकर महिलाओं के सब्र का बांध टूटा और बुधवार को सभी महिलाएं एक जुट होकर हल्ला बोला साथ ही नया तालाब चारों धाम चौक स्थित नया तालाब में उपसरपंच द्वारा घर के गंदे पानी को सालों से पाइप।लगाकर फेंका जा रहा है जिसको लेकर पूर्व में ग्राम सभा की मीटिंग में बात हुई थी और उप सरपंच ने इसे हटाने के लिए 1 साल का वक्त भी मांगा था पर 1 साल बीत गया अभी तक उप सरपंच ने निस्तार तालाब से अपने गंदे पानी को फेंकने का सिलसिला बंद नहीं किया है। खिलावन सिन्हा ने बताया कि इस तालाब में महिलाओं और पुरुष स्नान करते हैं साथ ही तालाब में दो शिव मंदिर भी है जिस तालाब से पानी लेकर महिलाएं शिवजी को जल अर्पण करती है ऐसे में उप सरपंच के घर का गंदा पानी तालाब में आकर मिलता है और उसी से भगवान शिव का लोग रोज जलाभिषेक करते है जिसको लेकर महिलाओं ने तत्काल उप सरपंच से गंदा पानी तालाब में फेंकने के लिए मना किया अगर नहीं मानेंगे तो इस बात को लेकर आगे शासन प्रशासन में शिकायत की जाएगी साथ ही चारों धाम चौक और बस स्टैंड में मुत्रालय बनाने को लेकर शासन का ध्यान आकर्षण करने के लिए यह हल्ला बोला गया और महिलाओं ने अपनी पुरानी साड़ी से मूत्रालय बनाया है। स्वच्छ भारत मिशन योजना अंतर्गत शासन शौचालय निर्माण के लिए 12 हजार प्रोत्साहन राशि दे रहे है।और लाखो रुपया खर्च कर ग्राम पंचायत में सार्वजनिक शौचालय बनवा रहे हैं जिसमें ताला लटका हुआ है उपयोग नहीं हो रहा है। पर आम नागरिकों के लिए एक मुत्रालय भी नहीं बनवा पा रहा है। ग्राम की महिलाएं सुजोतिन बाई सोनी बाई , लक्ष्मीबाई, प्रेम बाई हेमीन बाई, अबदलबाला पटेल, गायत्री बाई ,चंद्रिका बाई ,गीता बाई ,सुलोचना बाई ,खिलावन सिन्हा ,मनोज सचदेव अशोक पटेल, जवाहर शर्मा, उदल तारक ,शालिक राम साहू ,पूर्णिमा साहू सीता साहू ,सुनीता यादव, सुकून बाई ,सुहागा बाई आदि महिलाओं ने शामिल रहे