सती का चरित्र महिलाओं को आदर्श शिक्षा व श्रेष्ठ दाम्पत्य जीवन के लिए प्रेरणा है-युवराज पांडेय

पाटन। गातापार में चल रही भागवत कथा में तीसरे दिन व्यासपीठ से पंडित युवराज पांडेय जगन्नाथ मंदिर अमलीपदर गरियाबंद वाले ने कपिल कथा,सती चरित्र,ध्रुव चरित्र, सृष्टि निरूपण,वाराह अवतार पर कथा प्रवचन किए।

कथा व्यास ने बताया कि विश्व में शक्ति की उपासना व नारी शक्ति की प्रतिष्ठा के लिए भारत वर्ष सर्वोपरि है।भगवान शिव की अनुमति लिए बिना उमा अपने पिता दक्ष द्वारा आयोजित यज्ञ में भाग लेने पहुंच गईं। यज्ञ में भगवान शिव का आमंत्रण और उनका भाग न दिए जाने पर कुपित होकर सती ने यज्ञ कुंड में आहुति देकर शरीर त्याग दिया।

मौके पर प्रमुख रूप से पुनीत राम साहू, विमल साहू,सुश्री जयंती साहू सहित श्रोता गण उपस्थित थे।

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