विश्व दृष्टि दिवस पर डा भुनेश्वर कठौतिया ने स्वयं अपनी आंखों की जांच करवाई ओर कहा कि चाहे डाक्टर हो , इंजिनियर हो साइंटिस्ट हो मजदूर हो छात्र हो किसान हो सबको अपनी आंखों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए ताकि आंखों की बीमारी ओर समस्याओं से बच सके खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ आशीष शर्मा ने बताया कि दृष्टि दिवस का अपना महत्व है एक उम्र के बाद नजरें कमजोर होने लगती है जिससे छोटे अक्षर धुंधले ओर कम दिखाई पड़ता है नेत्र सहायक अधिकारी श्रीमती जसविंदर कौर विरर्दी ने बताया कि दूर दृष्टि दोष ओर निकट दृष्टि दोष आंखों की बड़ी बीमारी नहीं है इसके लिए पास ओर दूर का नंबर देकर समस्या दूर कर सकते हैं इस अवसर पर बीईटीओ व स्वास्थ्य सुपरवाइजर सैय्यद असलम ने बताया कि पहले अधिकांश को 40की उम्र पर चश्मा लगता था आजकल मोबाइल ओर लैपटॉप कम्प्यूटर के अत्यधिक उपयोग ने आंखो को बडा नुकसान पहुंचा है छोटी उम्र में चश्मे, आंखों की सूजन,लालिमा,ओर नजर कमजोर होने संबंधी बीमारी बढ़ रही है इसके अतिरिक्त गिली डंडे, नोकीली चीज़ से चोट ओर धूल ओर कंकड़ से आंखों को बचाने की जरूरत है समय समय पर आंखों की देखभाल कैसे करें,धूप ओर धुल से बचने गागल ओर तेज रोशनी ओर कम्प्यूटर ओर मोबाइल पर लगातार काम ना करते हुए कुछ देर विराम देकर आंखों को आराम देना चाहिए पास के अक्षर अच्छा नहीं दिखने पर आंखों की जांच करना चाहिए
विश्व दृष्टि दिवस पर चर्चा,,आंखो के प्रति संवेदनशील रहने की सलाह,,
