युवाओं की सामाजिक प्रतिबद्धता और समर्पण का अद्दभुत पहल है युवोदय


  • देश ही नही विदेशों में भी जिसको मिलीं है सरहाना
  • बस्तर में तीसरे वर्षगाँठ पर समाज के हर वर्ग जश्न में शामिल

जगदलपुर: ‘युवोदय,’ एक अभिन्न एवं स्वयंसेवी पहल है, जिसके अंतर्गत बस्तर जिलों के युवा आपस मे जुड़ कर विभिन्न समाजिक कार्यो को पूर्ण करते हैं।पिछले तीन सालों में, युवोदय ने समाज में शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, पर्यावरण, जीविका, संस्कृति, खेल और मानसिक स्वास्थ्य जैसे विभिन्न क्षेत्रों में 7,557 समर्पित स्वयंसेवकों को जोड़ कर व्यवहार परिवर्तन के लिए काम किया है। युवोदय बस्तर जिला प्रशासन और यूनिसेफ का संयुक्त प्रयास है जिसे 23 सितंबर 2020 को शुरू किया गया था, और यह आज अपने सफल संचालन और सामाजिक प्रतिबद्धता के 3 वर्ष पूर्ण कर चुका है।
जॉब जकारिया, राज्य प्रमुख यूनिसेफ छत्तीसगढ़ ने इस मौक़े पर कहा कि, “युवोदय युवा ऊर्जा को सकारात्मक रूप में साथ जोड़ कर बदलाव की दिशा में एक अभिनव प्रयोग है । युवोदाय सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से परिवर्तन का पर्याय बन गया है जिसने छत्तीसगढ़ में स्वयंसेवा को प्रोत्साहित किया है और युवाओं में बिना स्वार्थ की भावना को बढ़ावा दिलाया है। युवोदय परिवार का हिस्सा होने पर यूनिसेफ गर्व महसूस करता है और स्वयंसेवकों की सराहना करता है क्योंकि उन्होंने पिछले 3 सालों से सेवा क्षेत्र में सराहनीय काम किया है।”
23 सितंबर 2020 को शुरू होने के बाद, युवोदय एक वृहद समुदाय में परिवर्तित हो गया है, जिसमें स्वयंसेवक बस्तर के हर ग्राम पंचायत और शहरी क्षेत्र में सक्रिय रूप से शामिल हैं। उनके समर्पण से बस्तर के 624 गांवों में रहने वाले 13,77,375 व्यक्तियों के जीवन को महत्वपूर्ण समर्थन और सेवाएँ प्रदान की हैं।
बनमाली तिवारी युवोदय स्वयंसेवक, ने युवोदाय कार्यक्रम में अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि इससे उनके गांव में होने वाले सहभागिता के कार्यक्रम बढ़े है और ज्ञान साझा करने के मौकों को जोर दिया गया है।
युवोदय की पहल के अंतर्गत जो महत्वपूर्ण बदलाव हुई हैं उनके आंकड़ों के अनुसार 4,32,105 व्यक्तियों को कोविड-19 टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित किया गया, 15,439 गर्भवती महिलाओं को टीका लगाया गया, 2164 कुपोषित बच्चों को एनआरसी में हाथ धोने की प्रैक्टिस सिखाई गई, 14504 महिलाओं और लड़कियों को मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में सूचना दी गई, 14504 नई माताओं को सही स्तनपान के तरीके की जानकारी दी गई, और 33,751 लोगों को आयुष्मान कार्ड के लिए पंजीकृत किया गया।
आज, युवोदय, बस्तर के साथ कोंडागांव, बीजापुर, दुर्ग, जांजगीर, कवर्धा और जशपुर जैसे अन्य सात जिलों में संचालित किया जा रहा है।
अभिषेक सिंह, सामाजिक और व्यवहार परिवर्तन विशेषज्ञ यूनिसेफ ने युवोदय के अद्भुत सफर की प्रशंसा करते हुए कहा कि, “युवोदय युवाओं द्वारा चलाए गए परिवर्तन की अविश्वसनीय संभावना का एक जीवंत सबूत है जिनके समर्पण और प्रभाव ने बस्तर में महत्वपूर्ण सकारात्मक परिवर्तन लाया है। यूनिसेफ इस प्रेरणादायक पहल का पूर्णतः समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है। पिछले साल दिसंबर में, मोरक्को में आयोजित विश्व एसएबीसी सम्मेलन में इस पहल को प्रस्तुत किया गया था, जहां इस कार्यक्रम की बहुत सराहना की गई थी।
इस वर्ष, युवोदय की तीसरी वर्षगांठ का उत्सव स्थानीय व्यापारी, कलाकार, युवा, सामाजिक संगठनों, और सरकार से बड़ा समर्थन प्राप्त कर रहा है, जो इसके प्रभाव और मान्यता को मज़बूत कर रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *