डाइट अछोटी(दुर्ग ) में दिया गया सतत एवम समग्र मूल्यांकन पर आधारित 5 दिवसीय प्रशिक्षण ” — उच्च प्राथमिक शाला के शिक्षकों ने लिया प्रशिक्षण

डाइट अछोटी(दुर्ग) में दिनांक 21 अगस्त से 25 अगस्त तक 5 दिवसीय सतत एवम समग्र मूल्यांकन पर दुर्ग जिले के उच्च प्राथमिक शाला के शिक्षकों का प्रशिक्षण आयोजित किया गया । मूल्यांकन शिक्षा प्रणाली का महत्वपूर्ण सोपान है । नई शिक्षा नीति 2020 में मूल्यांकन के परिपेक्ष्य में कई महत्वपूर्ण परिवर्तन किए गए हैं इस संदर्भ में सतत एवम समग्र मूल्यांकन पर आधारित प्रशिक्षण दुर्ग जिले के उच्च प्राथमिक शाला के शिक्षकों को दिया गया । प्रशिक्षण में सतत एवम समग्र मूल्यांकन के स्वरूप ,

उपकरण , उपादेयता एवम इसके बहुआयामों पर विस्तृत चर्चा की गई । संज्ञानात्मक एवम सहसंज्ञानात्मक क्षेत्रों पर भी विस्तार से जानकारी दी गई । इसके अलावा नई शिक्षा नीति 2020 पर भी चर्चा किया गया । डाइट अछोटी(दुर्ग) की प्रभारी प्राचार्य डॉ.शिशिरकना भट्टाचार्य द्वारा मूल्यांकन हेतु आवश्यक प्रश्नपत्र पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला गया । शिक्षा में शोध पर डॉ. एच. के . साहू सहायक प्राध्यापक एवम गणित विषय में मूल्यांकन पर श्री नदीम मोहम्मद सहायक प्राध्यापक ने शिक्षकों को प्रशिक्षित किया । श्रीमती संध्या शर्मा सहायक प्राध्यापक ने 360 डिग्री मूल्यांकन एवम डॉ. शिशिरकना भट्टाचार्य ने होलेस्टिक प्रोग्रेस कार्ड पर सघन रूप से चर्चा की । मूल्यांकन में आईसीटी के उपयोग तथा निकलर एप के बारे में श्री एस.एल.धुरंधर व्याख्याता ने विस्तार से जानकारी दिया । श्री व्ही.बी.आर. मूर्ति व्याख्याता द्वारा सतत एवम समग्र मूल्यांकन को बहुत विस्तार से बताया गया । प्रशिक्षण की समन्वयक डॉ.वंदना सिंह ने ब्लूम वर्गिकी , सीखने के प्रतिफल , दक्षताओं एवम रुबिक्स के बारे में शिक्षकों को बताया तथा प्रश्नपत्र विश्लेषण की गतिविधि भी कराई गई । स्रोत शिक्षक श्री ललित कुमार बिजौरा संकुल शैक्षिक समन्वयक पाटन द्वारा आरटीई के संदर्भ में सीसीई , निदानात्मक एवम उपचारात्मक शिक्षण , संज्ञानात्मक एवम सहसंज्ञानात्मक क्षेत्र , उपकरण एवम ग्रेडिंग , नवा जतन के बारे में ग्रुप एक्टिविटी के माध्यम से विस्तार से जानकारी प्रदान किया गया । श्री नीलम कुमार ताम्रकार स्रोत शिक्षक (संकुल शैक्षिक समन्वयक ) ने आकलन एवम मूल्यांकन , सौंदर्य बोध एवम सांस्कृतिक विकास पर चर्चा किया । प्रशिक्षण में विशेष रूप से श्रीमती नीलम दुबे व्याख्याता , श्रीमती सुषमा हिरवानी व्याख्याता , श्रीमती अनुजा मुर्रेकर व्याख्याता , स्रोत शिक्षक श्री मुकेश साहू (संकुल शैक्षिक समन्वयक ) , श्रीमती सरला पांडे ने सहभागिता प्रदान की और प्रशिक्षण में शामिल विभिन्न बिंदुओं पर शिक्षकों को मार्गदर्शन प्रदान किया । प्रशिक्षण में दुर्ग जिले के पाटन , धमधा , दुर्ग शहर , दुर्ग ग्रामीण से 42 शिक्षक–शिक्षिकाएं सम्मिलित हुए ।

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