पाटन,,, शिक्षकों को राष्ट्र निर्माता कहा जाता है क्योंकि किसी भी विद्यार्थी के सफलता के पीछे उसके शिक्षक की महती भूमिका होती है इसी को ध्यान में रखते हुए हैं ए के गोयल पब्लिक स्कूल पाटन में एक दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता मास्टर ट्रेनर श्री गजेंद्र पटेल जी शिक्षाविद मोटिवेशनल स्पीकर थे। कार्यक्रम की शुरुआत माता सरस्वती की पूजा अर्चना एवं वंदना के साथ किया गया। तत्पश्चात अतिथियों का पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया। कार्यशाला में मुख्य वक्ता श्री पटेल जी ने कहा कि आज के युग में टीचर्स को स्किल्ड होना बहुत जरुरी है। बच्चों को समझने के लिए बाल मनोविज्ञान तथा शिक्षा शास्त्र का ज्ञान होना बहुत जरूरी है। बच्चों के उम्र के हिसाब से उनके अधिगम ग्रहण करने की क्षमता की समझ एक शिक्षक को होनी चाहिए। ताकि बच्चों को क्या चाहिए उसको समझ कर शिक्षक अपनी योजना बना सके। 21वीं सदी में शिक्षक की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो गई है, उसके अनुसार शिक्षक को अपने शिक्षण पद्धति में बदलाव करने चाहिए। विद्यालय के प्राचार्य देव लाल यादव ने अपने वक्तव्य में कहा कि शिक्षक को हरफनमौला या ऑलराउंडर की भूमिका अदा करनी चाहिए क्योंकि एक शिक्षक बच्चों को माता-पिता जैसी देखभाल, दोस्त की तरह सलाह और गुरु की तरह ज्ञान देना चाहिए। कभी-कभी काउंसलर की भूमिका भी निभानी पड़ती है अतः शिक्षकों को समय की मांग के अनुसार अपनी भूमिका निभानी चाहिए। इस अवसर पर समस्त शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन अरुण कुमार साहू ने किया।