आयुष्मान भारत कार्ड एटीएम बनाने केंद्र व राज्य सरकार से मांग*

*छुरा***®गरियाबंद जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में विशेष पिछड़ी कमार भुजिया जनजाति लोग निवासरत है।विशेष पिछड़ी जनजाति लोग पहले हॉस्पिटल आने से डरते थे अब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तो पहले पहुंचते हैं।लेकिन जब उन्हें रिफर किया जाता है तो रायपुर सरकारी अस्पताल बहुत कम जाते हैंआसपास निजी अस्पतालों में अपना इलाज कराते हैं लेकिन आयुष्मान भारत कार्ड का मालिक मरीज होता है इलाज कराने के बाद उनके खाते से पैसे निकालने का अधिकार निजी अस्पतालों को मिला है कितना निकाल रहे हैं गरीब मरीजों को पता ही नहीं चल पाता क्या चार्ज ले रहे उन्हें खुद पता नहीं हो पाता न हीं कुछ बोल पाते हैं।कार्ड होने के बाद भी कर्ज करने व जमीन बेचने पर मजबूर है।शिक्षा की कमी उनकी मजबूरियां है शासन-प्रशासन वाह-वाही लूटने लगी है आयुष्मान भारत कार्ड से 5लाख का इलाज उसके बाद भी मरीजों को जमीन बेचना कर्जा करना क्यों पड़ रहा है। आयुष्मान भारत कार्ड से पैसे निकालने का अधिकार मरीजों को मिले इंडियन रेड क्रॉस संरक्षक सदस्य समाजसेवी मनोज पटेल ने गरीब पीड़ित मरीजों की सुध लेने शासन प्रशासन से गुहार लगाया।

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