लोकेश्वर सिन्हा गरियाबंद
गरियाबंद जिला मुख्यालय से महज ही 20 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत आमदी ‘द’ स्थित वर्षों पुराना सतीनदी रपटा बारिश से टूट कर क्षतिग्रस्त हो गया है। बारिश के पानी से रपटा में जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं, तो वहीं सड़क भी कट गई है। जिसके चलते ग्रामीणों को आवाजाही के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या को लेकर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि मंडल एवं ग्रामीणों ने कलेक्टर प्रभात मलिक से मुलाकात कर आवागमन सुगम बनाने की दृष्टि से बरसात में वैकल्पिक पुल निर्माण के लिए गुहार लगाई है। वहीं क्षेत्र के विधायक डमरूधर पुजारी ने उक्त रपटा में पुल निर्माण के लिए संबंधित विभाग के माध्यम से प्रस्ताव शासन को भेजे जाने की बात कही है। उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में विपक्ष में भाजपा है, हमारे द्वारा जनहित से जुड़ी हुई जो समस्याएं हैं, उन्हें दूर करने मांग की जाती है, लेकिन उन्हें राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा गंभीरता से नहीं लिया जाता है।
गौरतलब है कि सतीनदी पर सन 1998 को रपटा का निर्माण किया गया था, जो कि आज कई जगहों से क्षतिग्रस्त हो गया है। यह रपटा गरियाबंद और धमतरी जिला को जोड़ता है। रपटा के क्षतिग्रस्त होने से गरियाबंद के छह ग्राम पंचायत आमदी ‘द’, कोसमी, दर्रीपारा, ख़ुर्शीपार, खरता, रावनडिग्गी के लगभग दो दर्जन गांव के ग्रामीण प्रभावित हो रहे हैं, जिन्हें आवागमन में भारी दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है। समस्याओं को लेकर पहुंचे जनप्रतिनिधियों ने बताया कि आमदी ‘द’ और जैतपुरी के बीच यह रपटा बना हुआ है, जो कि वर्षों पुराना है। पिछले वर्ष हुए बारिश से रपटा कई जगहों से क्षतिग्रस्त हो गया है। बारिश के पानी से रपटा में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, साथ ही सड़क एक किनारे से कट गई है, जिसकी वजह से छोटी व बड़ी वाहनों के आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहाँ तक विशेष परिस्थितियों में आपातकालीन सेवाओं से भी वंचित होना पड़ता है। इस समस्या को लेकर कई बार प्रशासन को अवगत कराए गए हैं, इसके बावजूद समस्या जस की तस बनी हुई है। आगे बताया कि सोसायटियों में तीन महीने का राशन जारी किया गया था, जो कि अब समाप्त होने पर है। अब आगे राशन के लिए नदी पार कर जाना पड़ेगा। रपटा के ऊपर से पानी बहता है, ऐसे में ग्राम के स्कूली छात्र और ग्रामीण जान जोखिम में डालकर इस रपटे को पार करने मजबूर हैं।।
बारिश के बाद शुरू किए जाएंगे कार्य
कलेक्टर प्रभात मलिक ने जनप्रतिनिधि मंडल को आश्वासन देते हुए कहा कि शासन स्तर पर जानकारी भेज दी गई है। बारिश के बाद कार्य शुरू किया जाएगा, इसके साथ ही रपटा के मरम्मत कार्य के लिए भी जानकारी भेजी गई है। वहीं संबंधित सोसायटियों में एडवांस तीन महीने का राशन भेजे जाने की बात भी कही है।शासन को भेजा गया है प्रस्ताव
बिन्द्रानवागढ़ विधायक डमरूधर पुजारी ने कहा कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधि सहित ग्रामीणों ने पूर्व में समस्याओं को लेकर आवेदन दिया था। जिसके बाद संबंधित विभाग से जानकारी लेते हुए उक्त रपटा में पुल निर्माण के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार जनहित की मांगों की उपेक्षा कर रही है।