दुर्ग। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आव्हान पर केंद्र के समान महंगाई भत्ता एवं गृह भाड़ा भत्ते हेतु, संयोजक कमल वर्मा के नेतृत्व में प्रदेश के सभी जिलों में 29 जुलाई को रैली निकालकर ज्ञापन सौंपे जाने, छत्तीसगढ़ इंजीनियरिंग एवं पॉलिटेक्निक कॉलेज राजपत्रित अधिकारी संघ के प्रांताध्यक्ष शंकर वराठे ने, सदस्यों से अपील की है।
संघ के प्रांताध्यक्ष शंकर वराठे ने बताया कि, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा शासकीय कर्मचारियों को केन्द्र के समान महँगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता नहीं देने से प्रदेश के कर्मचारियों में असंतोष एवं आक्रोश व्याप्त हो रहा है। शासन द्वारा शासकीय सेवकों के अधिकारों का सतत हनन किया जा रहा है। शासन द्वारा जारी किये जा रहे महंगाई भत्ता के आदेशों में एरियर्स एवं देय तिथि का स्पष्ट उल्लेख नहीं होने के कारण भ्रामक स्थिति निर्मित हो गई है। वित्त निर्देश 24 / 2021 अनुसार राज्य शासन के कर्मचारियों को 17% महँगाई भत्ता 1/7/2021 से स्वीकृत किया गया था, जबकि केन्द्र शासन के द्वारा 17% महँगाई भत्ता 1/7 / 2019 से स्वीकृत किया जा चुका है ।शासन द्वारा जारी उक्त आदेश में 1/7/2019 से 30/6 / 2020 तक एरियर्स का उल्लेख नहीं होने के कारण प्रदेश के शासकीय सेवकों को आर्थिक हानि उठानी पड़ रही है। फेडरेशन के प्रतिनिधियों के साथ 4 सितम्बर 2021 को इस संबंध में माननीय मुख्यमंत्री से चर्चा हो चुकी है और उन्होंने आश्वस्त किया है कि शासन इस संबंध में निर्णय लेकर यथाशीघ्र आदेश जारी करेगा। वित्त निर्देश 09 / 2022 के अनुसार राज्य शासन के कर्मचारियों को सातवे वेतनमान पर 22% महँगाई भत्ता 1/5 / 2022 से स्वीकृत किया गया है, जो कि केंद्र शासन द्वारा महँगाई भत्ता स्वीकृति हेतु निर्धारित तिथि के अनुसार नहीं है। छत्तीसगढ़ शासन के उक्त आदेश में 28 महीनों के एरियर्स का उल्लेख नहीं है। शासन द्वारा लगातार अधिकारियो/कर्मचारियों के न्यायायिक अधिकारों का हनन करते हुए आर्थिक हितो पर कुठाराघात किया जा रहा है ।
प्रांताध्यक्ष शंकर वराठे एवं पदाधिकारियों द्वारा आह्वान किया गया है कि सभी संघों को एकजुटता के साथ आपसी वैचारिक मतभेदों को दरकिनार करते हुए कर्मचारी हित में फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा के नेतृत्व में कर्मचारियों के लिए किये जा रहे, व्यापक संघर्ष कलम रख-मशाल उठा” आंदोलन के तहत 29 जून 2022 को सामूहिक अवकाश लेकर काम बंद – कलम बंद हड़ताल में भाग लेवें।