दुर्ग शिक्षक कला व साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ के तत्वावधान में कला व संस्कृति के संर्वधन के साथ संत घासीदास बाबा की जयंती के अवसर पर आओ भज ले जय सतनाम कार्यक्रम का आयोजन संयोजक डॉ शिवनारायण देवांगन आस के संयोजन व सूरज श्रीवास लोक गायक व संरक्षक शिकसा छत्तीसगढ़ के अध्यक्षता में किया गया।
कार्यक्रम के शुभारम्भ में सरस्वती वंदना-चमेली साहू व्याख्याता सुकली जांजगीर,राजगीत- लक्षिका दीपक कक्षा 6वी माना रायपुर, स्वागत गीत-स्नेहलता टोप्पो शिक्षक सीतापुर सरगुजा ने प्रस्तुत किया ।
कार्यक्रम मे सर्वप्रथम संयोजक डॉ शिवनारायण देवांगन "आस" ने कार्यक्रम के विषय में बात रखा वही बाबा घासीदास के जीवनी पर प्रकाश डाला ।
तदपश्चात अध्यक्ष-कौशलेन्द्र पटेल, महासचिव-जितेन्द्र कुमार रत्नाकर, कोषाध्यक्ष-बोधीराम साहू, प्रवक्ता-घनश्याम प्रसाद श्रीवास, अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ-लक्ष्मी करियारे ने अपनी अपनी में संत घासीदास बाबा के जीवनी, आर्दश व सिद्धांत पर बात रखा।
कार्यक्रम के अध्यक्ष सूरज श्रीवास ने अपना विचार प्रगट किये जिसमे संत शिरोमणि घासीदास जी के मनखे मनखे एक समान के विषय पर अपनी बात रखा वही शिकसा के कार्यक्रम का तारीफ किया।
इस कार्यक्रम में लक्षिका दीपक कक्षा-6वीं माना रायपुर, देविका यादव कक्षा-4थीं डभरा जांजगीर, गोकुल जायसवाल सहा. शिक्षक बड़गड़ा जांजगीर, रामकुमारी देवांगन शिक्षक कटघोरा कोरबा, सरिता बारले बी.एस.सी. प्रथम वर्ष चिरको महासमुंद,सरस्वती राजेश साहू शिक्षिका सैदा बिलासपुर, जगन्नाथ हिमधर व्याख्याता पठियापाली कोरबा,संजना 9 वीं श्वेता 9वीं, कोथारी , गीता देवी हिमधर व्याख्याता फरसवानी कोरबा, लोकनाथ ताण्डेय ''मधुर'' सहा.शिक्षक खुरसुला बलौदाबाजार, संगम वर्मा- बी.एस. सी.प्रथम वर्ष पाटन दुर्ग, , प्रकाश चन्द्र चेलक व्याख्याता रसमड़ा दुर्ग, धर्मेन्द्र कुमार श्रवण व्याख्याता खलारी बालोद, रामलाल कोशले सहायक ढोरला जांजगीर, दिनेश दुबे उ.वर्ग शिक्षक तखतपुर बिलासपुर, प्रदीप कुमार पाठक शिक्षक सकरी (स) बलौदाबाजार, कविता हिमधर दुल्लापुर, कोरबा, रामकुमार प्रजापति व्याख्याता सुरडोंगर बालोद, विनोद कुमार सिंह से.नि.प्राचार्य सरगबुंदिया कोरबा, कौशिल्या खुराना-व्याख्याता अरदा कोरबा, घनश्याम प्रसाद श्रीवास सहायक शिक्षक बालकोनगर कोरबा, सविता जायसवाल, रूपेश चौहान ने पंथी गीत व नृत्य की प्रस्तुति दिया ।
कार्यक्रम के संचालन- जमुना देवी गढ़ेवाल शिक्षक दर्री कोरबा एवं आभार प्रदर्शन डॉ शिवनारायण देवांगन "आस" ने किया।