400 मकान क्षति और 322 हेक्टेयर फसल की क्षति का आंकलन
लोकेश्वर सिन्हा
गरियाबंद —भारी बारिश के बीच जिले में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है, ऐसे में नदी और तटीय इलाकों में लोग फंसे हुए थे, इनमें से 6 जगह पर फंसे 18 लोगों को सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया है। पुलिस प्रशासन और राज्य आपदा प्रबंधन दल द्वारा यह रेस्क्यू किया गया है।कलेक्टर निलेश क्षीरसागर ने बताया कि आज सुबह से 6 स्थानों पर फंसे 18 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया हैं। इनमे मालगांव में 2, पंटोरा में फंसे 2 लोग , सुहागपुर के गौशाला में फंसे 3 लोग, मैनपुर में 5, लोग जिनमे 2 महिला और 1 बच्चा भी शामिल, कौंदकेरा में 3 और चिखली में फंसे 3 लोग शामिल है। कलेक्टर ने बताया कि राहत और बचाव दल रात्रि में भी इन इलाकों में डटे रहेंगे। कलेक्टर ने जानकारी दी है अभी तक कि स्थिति में इस भीषण बाढ़ से जनहानि नही हुई है लेकिन 2 पशु हानि हुई है। साथ ही 403 मकान क्षतिग्रस्त हुए है, वही 322 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल क्षति हुई है। सबसे ज्यादा गरियाबंद तहसील में 192 हेक्टेयर, राजिम ने 80 हेक्टेयर और छुरा में 50 हेक्टेयर फसल क्षति का आंकलन किया गया। इस संबंध में शासन को अवगत कराया गया है। इसके अलावा बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए स्थानीय पंचायतों में रहने और भोजन की ब्यवस्था की गई है। उन्होंने जिलेवासियों से अपील किया है कि जिले की नदियों और नालों में अभी भी बाढ़ की स्थिति बनी हुई है इसलिए अपने घरों में ही रहे और नदियों के आसपास ना जाए। पुल के ऊपर से बहते हुए पानी को पार ना करने की अपील उनके द्वारा किया गया है। किसी भी विकट परिस्थिति के लिए बाढ़ नियंत्रण कक्ष के नोडल अधिकारी डिप्टी कलेक्टर भूपेंद्र साहू के मोबाइल नंबर 94252 811 08 पर संपर्क कर तत्काल जानकारी और सहयोग लिए जा सकता है।