बेमेतरा। गोधन न्याय योजना का सीधा लाभ ग्रामीण क्षेत्रों मे देखने को मिल रहा है। बेमेतरा जिले के नवागढ़ विकासखण्ड के ग्राम बोरतरा के कृषक शिवप्रसाद साहू अपने खेतों मे वर्मी कम्पोस्ट खाद का उपयोग कर रहे हैं। उन्होने बताया कि वे विगत् 10 वर्षों से कृषि कर रहे है। जिसमें वे लगातार रासायनिक उर्वरको का उपयोग कर रहे थे लेकिन इस वर्ष कृषक द्वारा कृषि विभाग के मार्गदर्शन से 0.40 हेक्टेयर में रासायनिक खाद की मात्रा में कमी करते हुये 1.00 क्विटल वर्मी कम्पोस्ट खाद का भी उपयोग किया गया जिससे की धान की फसल गत् वर्ष की अपेक्षा अधिक अच्छी है एवं किट व्याधि आदि का प्रकोप नही हुआ है। कृषक शिवप्रसाद ने बताया कि उनके खेत की मिट्टी गत् वर्ष की अपेक्षा अधिक नरम व उपजाऊ है, जिसका सीधा प्रभाव धान की फसल पर दिख रहा है। किसान ने यह भी बताया की धान की फसल में वे हर वर्ष 5 से 10 किलो जिंक सल्फेट डालते थे लेकिन इस वर्ष जिंक सल्फेट का उपयोग नही किया गया है। केवल वर्मी कम्पोस्ट खाद के उपयोग से ही फसल की जिंक व अन्य माइक्रोन्यूट्रियन्ट की कमी पुरी हो गई है। जिससे फसल अधिक हरी-भरी व अधिक कंसे लिये हुये है। कृषक ने बताया की उनकी वर्तमान फसल की स्थिति को देखकर आस-पास के अन्य कृषक उनकी राय पूछते है तो वे सभी कृषको को खेत में वर्मी कम्पोस्ट खाद डालने की सलाह देते है। कृषक द्वारा उपयोग किये गये वर्मी कम्पोस्ट खाद की संतुष्टि पर उन्होने कहा की वे भविष्य में अपनी पुरी कृषि भूमि में वर्मी कम्पोस्ट खाद का उपयोग करेंगे ।