लोकेश्वर सिन्हा गरियबन्द
गरियाबंद जिले के अंतिम छोर में बसे देवभोग ब्लॉक के ग्राम डोहल निवासी नरेंद्र दुर्गा द्वारा क्षेत्रीय त्यौहार नवाखाई के परंपरा का गुणगान करते व नवाखाई के संस्कृति को समझाते हुए एक गाना गाया है जिसकी लोग बहुत सराहना कर रहे और देश के सबसे बड़े प्लेटफार्म यूट्यूब पर यह गाना धूम मचा रहा है महज 2 दिनों में इस गाने को 2000 से अधिक लोगों ने सुन व देख चुका है।
नरेंद्र दुर्गा ने इस गाने को अपने सामाजिक भाषा में गाकर इस गाने को एक अलग पहचान दी है और इस गाने की लोग जमकर तारीफ कर रहे हैं। और सामाजिक भाषा होने के कारण इस गाने को लेकर देवभोग के चौक चौराहों में चर्चा का माहौल है लोगो यह गाना इतना भा रहा है कि लोग इस गाने को बार-बार सुन रहे हैं।
इस गाने को नरेंद्र दुर्गा ने स्वयं लिखा और गाया है नरेंद्र दुर्गा बचपन से ही एक अच्छे कलाकार वह गायक रूप में जाने जाते हैं आज उन्होंने अपनी प्रतिभा का इस्तेमाल कर समाज के साथ साथ लोगों के मन में एक जगह बना ली है इस गाने को सुनकर लोग बहुत ही हर्ष व्यक्त कर रहे हैं।
नवाखाई के त्यौहार के लिए बनाए इस गाने को नरेंद्र दुर्गा ने स्वास्तिक स्टूडियो खरियार उड़ीसा में रिकॉर्ड करवाया है इस गाने को रिकॉर्ड कराने में नरेंद्र दुर्गा के दोस्तों ने भी सहयोग किया है।
नरेंद्र दुर्गा एक नई सोच व समाज को एक अलग पहचान दिलाने इस नवाखाई के गाना को अपने सामाजिक भाषा में गया जिसको लेकर समाज के लोगो के साथ अन्य लोग भी यूट्यूब पर बहुत तारीफ भरा कॉमेंट कर रहे है।