रायपुर। छत्तीसगढ़ पिछड़ा वर्ग कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश साहू ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि 2012 में संगठित पिछड़ा वर्ग समाज “पिछड़ा वर्गकल्याण मंच” के रूप में खड़ा हुआ मगर आंदोलन के तुरन्त बाद राजनीतिक पार्टी के समर्थकों की प्रतिनिधित्व होने के चलते लड़खड़ा सी गयी मगर उसी पैदल यात्रियों में से कुछ सदस्यों ने उस संगठन को “”छत्तीसगढ़ पिछड़ा वर्ग कल्याण संघ”” के रूप में पंजीकृत कर नई ताकत देते हुवे आज पूरे प्रदेश के कोंडागांव, जगदलपुर,बस्तर,सुकमा,राजनांदगांव,कांकेर,बालोद,धमधा,बेमेतरा,कवर्धा,सरगुजा,धमतरी,बलौदाबाजार,अम्बिकापुर,नारायणपुर, कोरबा,रायगढ़ में पिछड़ा वर्ग को संगठित करने का बीड़ा उठाया है और आज इसी संगठन ने अपनी सवैधानिक मांग आरक्षण,जातीय जनगणना,भु-सुरक्षा कानून,शैक्षणिक संस्थानों की मांगों पर लगातार सरकार से लड़ाई लड़ रहा है और कुछ हद तक सफलता भी मिल चुकी है परिणाम और साक्ष्य सामने है,बहुत से जिलों में छात्रावास,सैनिक स्कूल,खेल स्कूल,बीएड,डीएड,सामुदायिक भवन ,कोचिंग सेंटर आज संचालित हो चुका है।
लेकिन पिछले आंदोलन को देखकर की तरह इस बार भी इस संगठन पर राजनीतिक दलालों की नजर संघ के काम काज और संगठन पर लगी हुई है यही कारण है कि कुछ दिनों से देखने मिल रहा है कोई कांग्रेस तो कोई बीजेपी की ओर से संगठन को फिर से संगठित करने की घोषणा कर रहा है और यह हवा फैलाई जा रही है कि यह संगठन टूट चुका था,जबकि हकीकत कुछ और है 2012 में संगठित यह संगठन न कभी टूटा था न कभी बहका था बल्कि वो लोग बहक गए थे जो भीड़ को अपनी राजनीतिक रोटी के लिये इस्तेमाल करने की कोशिश में थे,संगठन कल भी वहीँ था और आज भी वहीं है, लगातार अपनी मांगों पर यह संगठन काम कर रहा है,, फर्क इतना है कि पहले बिना पंजीयन से संगठित था आज पंजीयन के माध्यम से राज्य के पिछड़ा वर्ग समाज के लिए लड़ाई जारी रखा अपनी उपलब्धि गिनवा रहा है,, बल्कि सावधान रहना होगा पिछले समय की भांति की उन लोगो से जो फिर नया संगठन गठित करने आएंगे,,ये लोग राजनीतिक पार्टी से जुड़े लोग हैं आज संगठन और भीड़ दिखाकर चुनाव वक्त फिर अपनी अपनी पार्टी में चले जायेंगे और समाज फिर अकेला हो जाएगा।
यह पिछड़ा वर्ग कल्याण संघ एक पंजीकृत संघ है जो आज अपनी मांगों पर लगातार लड़ाई लड़ रहा है और सफलता भी मिली है।आप आइये और हमारे साथ कंधा से कंधा मिलाकर समाज के उत्थान के लिए काम कीजिये।