स्कूल प्रवेश उत्सव के साथ नि: शुल्क पुस्तक वितरण,
*-छुरा/ लगभग 16 माह पश्चात जब स्कूल के दरवाज़े खुले तो बच्चे उमंग और उत्साह के साथ स्कूल में प्रवेश किये। गरियाबंद जिले के जनपद पंचायत छुरा अन्तर्गत ग्राम पंचायत मड़ेली के प्राथमिक एवं मिडिल स्कूल में शाला प्रवेश उत्सव के माध्यम से बच्चों को कक्षाओं में प्रवेश दिया गया।
मड़ेली के प्राथमिक एवं मिडिल स्कूल परिसर में संचालित स्कूल के बच्चों को पंचायत प्रतिनिधि एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमती लक्ष्मी ठाकुर (सरपंच), भीखम सिंह ठाकुर (उपसरपंच), पंचगण एवं शिक्षक शिक्षिकाओं सहित ग्रामीणों ने प्राथमिक एवं मिडिल में बच्चों का स्वागत स्कूल के मुख्य द्वार पर ही गुलाल लगाकर, मिठाई खिलाकर मुंह मीठा कराया, और स्कूल में विद्यार्थियों को उनकी कक्षाओं के हिसाब से पुस्तकें देकर प्रवेश दिलाया। पुस्तकें पाकर विद्यार्थी प्रसन्नचित दिखाई दिए।
विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने में लगा बेसिक शिक्षा विभाग ने दो अगस्त से सत्र की शुरुआत बच्चों किताबें बाट कर की। पहले दिन ही बच्चों के हाथों में किताब देने के उद्देश्य सभी स्कूलों में पुस्तक वितरण समारोह का आयोजन। इसमें जिले के सभी प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों ने विभिन्न स्कूलों में पुस्तकों का वितरण किया।
कार्यक्रम के दौरान सरपंच लक्ष्मी गजेन्द्र ठाकुर ने विद्यार्थियों को पुस्तकों को सहेज कर रखने, उससे सीखने एवं पुस्तक की महत्ता पर बल दिया,।
उपसरपंच भीखम सिंह ठाकुर ने कहा कि यह सरकार का प्रयास सराहनीय है। इसमें भेदभाव नहीं होगा, सभी स्कूल के बच्चें इसमें अपना बेहतर अध्ययन करें और संस्था और स्कूल का नाम रोशन करें। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चें पढ़ नहीं पाते थे इसलिए सरकार ने स्कूलो में मध्यान्ह भोजन और नि: शुल्क पुस्तक वितरण कर रहे हैं। इसका लाभ उन बच्चों को मिलेगा जो आर्थिक स्थिति के कारण पढ़ नहीं पाते सरकार का यह मुख्य उद्देश्य है।
भूषण ठाकुर ने बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा ग्रहण करते हुए बच्चें ऊंचे पदों पर पहुंचे और मां बाप,स्कूल, गांव एवं समाज का नाम रोशन करें।
भंगी राम नेताम ने कहा कि शिक्षा के बिना विकास की कल्पना अधूरी है, पढ़ लिख कर ही बच्चें विकास की मुख्यधारा से जुड़ सकते हैं, और अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि केवल स्कूल में ही बच्चें पढ़ें ऐसा नहीं अभिभावक भी इस पर लगातार ध्यान दें।इसे इसी स्कूल के बच्चे आई आईएएस, आईपीएस सहित कई उच्च पदों पर जा सकते हैं। इसके लिए संयुक्त प्रयास जरूरी है।
डीयर साहू ने कहा कि कोरोना के चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुईं है पर कोरोना के बीच यह विद्यालय प्रारंभ हो रही है, जिसमें आप सभी अपने अपने बच्चों को कोरोना गाइडलाइन के अनुसार ही सुरक्षा के साथ स्कूल भेजें।
ईश्वर निर्मलकर ने कहा कि जिले की प्राथमिक शाला तथा कक्षा आठवीं, दसवीं और बारहवीं की कक्षाएं प्रारंभ हो गई है। पालकों की सहमति और शासन की नीति के पश्चात ही स्कूल खोला जा रहा है।
तेजराम निर्मलकर ने कहा कि शाला प्रवेश उत्सव व्यापक प्रचार-प्रसार के साथ 8 जुलाई तक आयोजित करने और 9 जुलाई से कक्षाओं में नियमित अध्ययन प्रारंभ हो। शाला प्रवेश उत्सव को जन अभियान बनाने और इसे सभी स्तर पर सफल बनाएं। छ: से 18 वर्ष के शत प्रतिशत बच्चों का शाला प्रवेश एवं ठहराव सुनिश्चित करते हुए उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाए।
इस दौरान- भूषण ठाकुर, निर्मल ठाकुर, धान सिंग, गोवर्धन ठाकुर, वेशनारायण,एस कुमार, गणेश साहू,केशव दास,माधव निर्मलकर, जीवन टाण्डे, एवं ग्रामवासी सहित शिक्षकगण उपस्थित रहे।