✍? संवाददाता तेनसिह मरकाम गरियाबंद
गरियाबंद छुरा मामला जिले के फिगेश्वर, गरियाबंद और छुरा ब्लाक से है जहां गायत्री साहू नामक महिला जो अपने आप को रायपुर निवासी बताया गया है जो कि इनोवा लग्जरी वीआईपी कार से ग्रामीणों को रायपुर से आते है और भोले-भाले ग्रामीण महिलाओं को रोजगार देने के नाम पर अगरबत्ती,रूई बत्ती बनाने एवं कच्चा माल देकर पक्का माल तैयार करने का कार्य बता कर तैयार माल को नगद खरीदकर ले जाने बात कर ग्रामीणों को अपने झांसे में लेते हैं ओमप्रकाश यादव पंडरी पानी ने बताया कि किस तरह गायत्री साहू नामक महिला ने उन्हें कैसे अपने झांसे में लिया राजिम ऐक्सिस बैंक में काम करने वाले आषुतोष श्रीवास नामक शख्स अपने संस्था के बारे में बताया कि सरगम सहेली समूह के माध्यम से महिलाओं को घर बैठे काम देंगे और उसके बदले सम्मान जनक मेहताना जब वह गांव आकर गांव वाले महिलाओं को बताया तो गांव के महिलाएं तैयार हो गई घर बैठे काम और अच्छा मेहताना मिलेगा करके
अब इसके बाद शुरू होता है लोगों को ठगने का काम समूहों का निर्माण और राशि एकत्र करने का काम कुछ ग्रामीण अंचल के भोले-भाले महिला को सरगम सहेली नाम से समूह बनाने एवं प्रत्येक समूह में 10 – 20 सदस्य बनाने और प्रत्येक समूह के प्रत्येक सदस्य 500 रू पंजीयन करने के नाम पर लेने के लिए बोलते हैं और बकायदा प्रत्येक समूह 500 रू कमीशन समूह बनाने वाले को देने की बात करता है महिलाएं रोजगार के लालच में उनके झांसे में आकर समूह गठित कर राशी नगद एवं खाते में ट्रांसफर कर दिया और बकाया रजिस्टर सहित राशि लेकर फरार हो गया फोन पर संपर्क करने पर फोन नं को ब्लैकलिस्ट में डाल दिया नया नंबर का जवाब नहीं दिया जाता है अब ग्रामीण महिलाएं अपने अापको ठगी महसूस कर रहे हैं और संबंधित थाने में एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी में है अब न्याय के लिए पुलिस प्रशासन के समक्ष गो-हार के शिवाय कुछ नहीं बचें है