रिपोर्ट:-अशोक अग्रवाल
उतई। आदर्श ग्राम मचांदुर में लोक निर्माण विभाग दुर्ग द्वारा 4 करोड़ 60 लाख रु की लागत से बनने वाले शासकीय महाविद्यालय के भवन एव विद्युतीकरण के लिए प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू जी के मुख्य आतिथ्य में, अध्यक्षता शालिनी रिवेंद्र यादव, विशेष अतिथि जितेंद्र साहू, देवेंद्र देशमुख, नंद कुमार पटेल, योगिता चन्द्राकर एव सरपंच दिलीप साहू के आतिथ्य में भूमि पूजन का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ, इस बनने वाले भवन में भूतल में 1 प्रचार्य कक्ष, 1 उप प्राचार्य कक्ष, 1 स्टाफ रूम,1 स्टूडेंड सेक्शन, 6 क्लास रूम, 1 केमेस्ट्री लेब, 1 फिजिक्स लेब, 1 कम्प्यूटर लेब एवम प्रथम तल में 10 क्लास रूम, 1 लाइब्रेरी, 1जूलॉजी लेब, 1 बॉटनी लेब, 1 जियोलॉजी लेब एव 1 स्टाफ रूम का निर्माण किया जाना है एवं विद्युतीकरण सहित 15 माह में पूर्ण किया जाना है इसके भूमि पूजन में कल एक गंभीर त्रुटि हो गई, ये त्रुटि जानबूझ कर किया गया कि गलती से हो गई इस बात को लेकर ग्रामीणों में काफी चर्चा है, ग्रामीणों का कहना है कि प्रसिद्ध समाज सेवी स्व दाऊ उत्तम साव जी का अपमान किया गया जो किसी भी स्थित में बर्दाश्त नही किया जाएगा, इस विषय पर जानकारी लेने पर ज्ञात हुआ कि भूमि पूजन में जिस शिलालेख को लगाया गया था उस शिलालेख में दाऊ उत्तम साव जी के नाम का उल्लेख नही किया गया जबकि छ ग शासन ने इस शासकीय महाविद्यालय का नामकरण दाऊ उत्तम साव शासकीय महाविद्यालय मचांदुर के नाम पर नामकरण किया था, विषय कि गम्भीरता को देखते हुए जब पूरी जानकारी इक्कठी की गई तो पता चला कि उक्त महाविद्यालय के आरम्भ करवाने में पूर्व महिला बाल विकास एवम समाज कल्याण मंत्री श्रीमती रमशीला साहू जी का महती योगदान था, महाविद्यालय की स्वयम का भवन ना होने की वजह से उ मा विद्यालय मचांदुर के भवन से इस शासकीय महाविद्यालय को शासकीय नवीन महाविद्यालय के नाम से चलाए जाने लगा, इस पर इस क्षेत्र के ग्रामीणों ने मांग की की इस महाविद्यालय का नाम दाऊ उत्तम साव शासकीय महाविद्यालय रखा जाय, ग्रामीणों की मांग को ध्यान में रखते हुए अवर सचिव, छग शासन उच्च शिक्षा विभाग रायपुर मंत्रालय महानदी भवन अटल नगर रायपुर से एक पत्र क्र F/17-7/18/38-1 दिनांक 06 अक्टूबर 2018 को जारी किया गया जिसमें मचांदुर के इस महाविद्यालय के अलावा 36 शासकीय महाविद्यालयो के नामकरण की सूची जारी की गई जिसमें क्र 29 में मचांदुर के इस महाविद्यालय का नामकरण दाऊ उत्तम साव शासकीय महाविद्यालय मचांदुर के नाम पर नामकरण किया गया, अब सवाल ये है कि जब छतीसगढ़ शासन के द्वारा उक्त नामकरण किया गया, इसी नाम से महाविद्यालय के नवीन भवन एव विद्युतीकरण के लिए राशि स्वीकृत हुई तो भूमि पूजन के शिलालेख में नवीन महाविद्यालय क्यो लिखा गया, ये किसके कहने पर किया गया एक प्रसिद्ध एव इस क्षेत्र के समाजसेवी का नाम शिलालेख में उल्लेखित ना करना उनका अनादरण करना है, ग्रामीणों में इस बात को लेकर गुस्सा है कि ऐसे समाज सेवी का अनादर उचित नही है, वंही मचांदुर के ग्रामीणों के बीच इस बात को लेकर भी चर्चा चल रही थी कि इस महाविद्यालय की सौगात पूर्व विधायक एवं मंत्री रमशीला साहू के प्रयास से मिला था तो आज भूमि पूजन के इस पावन अवसर पर उन्हें भी अतिथि के रूप में आमंत्रित करना था।
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भूमि पूजन के शिलालेख में उक्त त्रुटि तो हुई है उक्त शिलालेख पी डब्ल्यू डी के ठेकेदार द्वारा बनवाया गया था जिनसे गंभीर भूल हुई है, भवन निर्माण के दौरान जब इस शिलालेख का उपयोग किया जाएगा इसमे सुधार करवा लिया जाएगा।
कोमल सिंह सार्वा(प्राचार्य)
शा दानवीर तुलाराम स्नातकोत्तर महाविद्यालय उतई
एव प्रभारी प्राचार्य दाऊ उत्तम साव शासकीय महाविद्यालय मचांदुर
मैं भूमि पूजन के कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ था किंतु मैं शिलालेख को नही देख पाया, यदि ऐसा किया गया है तो उचित नही है।
सुभाष साव(पोता,दाऊ उत्तम साव)