दुर्ग। प्रदेश में कोरोनावायरस के कारण उपजे हालात एवं कोरोना चेन को तोड़ने, मुख्यमंत्री के निर्देश पर कलेक्टरों द्वारा प्रत्येक जिले में लाकडाउन लगाया गया है, इस स्थिति में, छत्तीसगढ़ राज्य के गरीब, दिहाड़ी मजदूर, जरुरतमंद ऐसा वर्ग जिनका गुजारा प्रत्येक दिन के आमदनी से होता है, के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हुआ होगा। इस स्थिति में
मुख्यमंत्री के आव्हान पर, छत्तीसगढ़ इंजीनियरिंग एवं पॉलिटेक्निक कॉलेज राजपत्रित अधिकारी संघ के सदस्य एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करेंगे।
एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष शंकर वराठे ने बताया कि, छत्तीसगढ़ में कोविड 19 की द्वितीय लहर से बचने हेतु प्रदेश में जिला दण्डाधिकारियों ने लाकडाउन लगाया है। जिसके कारण राज्य के गरीब, दिहाड़ी मजदूर एवं प्रति दिन आमदनी के भरोसे गुजारा करने वालों के सामने आर्थिक समस्या खड़ी हुई है। 13 अप्रैल को माननीय मुख्यमंत्री ने शासकीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों से मुख्यमंत्री सहायता कोष में अंशदान देने की अपील की गई है। मुख्यमंत्री के आव्हान पर, एसोसिएशन के संरक्षक डॉ एम एफ कुरैशी, श्री पी के पांडे, डॉ आर के अग्रवाल, डॉ राजेश श्रीवास्तव, डॉ शैलेन्द्र सिंह एवं हर्षल मोहिते के सुझाव एवं सदस्यों की सहमति से अप्रैल माह के वेतन से एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा किया जाएगा। प्रांताध्यक्ष वराठे ने बताया कि एक दिन के वेतन कटौती हेतु एसोसिएशन की ओर से सहमति पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय भेजा जा चुका है। सहमति पत्र की सूचना, कार्यालय प्रमुख को भी दी गई है। इस पावन कार्य में सहयोग हेतु सदस्यों ने खुशी जाहिर कि है