? ब्यूरो रिपोर्ट विक्रम कुमार नागेश गरियाबंद
छुरा:- निजी बैंक कर्मी के तगादे से परेशान युवक ने कल रात ग्राम से लगे बोइरगांव बांधा के करीब जंगल मे एक पेड़ पर फांसी लगाकर अपनी जिंदगी समाप्त कर दी आज सुबह गांव वाले जब बांधा के तरफ शौच के लिए गए तो देखा कि झाड़ियों के बीच एक पेड़ पर युवक की लाश लटक रही थी जिसके बाद इस घटना को लेकर क्ष्रेत्र में सनसनी फैल गई और देखते ही देखते घटना स्थल पर लोगो का हुजूम उमड़ पड़ा। घटना छुरा थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत मडेली का है। मिली जानकारी के अनुसार नेहरू लाल नन्दे पिता भुवन लाल नन्दे उम्र 35 वर्ष ग्राम पंचायत मडेली का निवासी है जो जे सी बी चलाकर अपने परिवार का पेट पालता है कुछ दिन पहले मृतक द्वारा निजी अनपूर्णा बैंक से समूह के माध्यम से 30,000 हजार रुपये लोन में लिया था जिसे किस्तो में पटाना था उसी लोन के लिए रविवार को अनपूर्णा बैंक के कर्मचारी मृतक के घर पहुचे उस वक्त घर मे मृतक की पत्नी और उसके छोटे छोटे दो बच्चे थे मृतक के बाकी परिवार अपने रिश्तेदार के घर उद्घाटन समारोह में शामिल होने रायपुर गए हुए थे अनपूर्णा बैंक के कर्मचारी शाम को 4 बजे मृतक के घर पहुंचे उस वक्त घर मे मृतक नेहरू की पत्नी व दो बच्चे थे बैंक कर्मचारियों के साथ ग्राम के बीस पच्चीस महिलाए भी आई थी भीड़ और आवाज को सुनकर अडोस पड़ोस के लोग भी वहां पहुंच गए अनपूर्णा बैक के कर्मचारियों के द्वारा लगातार मृतक की पत्नी के ऊपर पैसो के लिए दबाव बनाया जा रहा था मृत्तक की पत्नी द्वारा बार बार निजी बैंक कर्मियों से प्राथना कर रही थी कि मेरे पति पैसो के लिए कहि गए हुए है और उनके सास ससुर भी घर उद्घाटन समारोह में शामिल होने रायपुर गए हुए है और वे इन छोटे छोटे बच्चों के साथ घर मे अकेली है आप लोग कल आ जाना लेकिन बैंक कर्मचारी इस बात को मानने के लिए तैयार ही नही थे बैंक कर्मचारियों का कहना था कि आज ही उन्हें पैसा चाहिए चाहे आप अपनी जेवर बेचकर दो या फिर घर मे रखे धान को ही बेचकर दो लेकिन आज आपको पैसा देना ही पड़ेगा इस बात को सुनकर पड़ोसियों के साथ ग्राम के सरपंचो ने भी बैंक कर्मियों को समझाया तभी मृतक की पत्नी ने घर मे रखे 9,000 हजार रुपये बैंक कर्मचारियों को दिए लेकिन बैंक कर्मचारियों द्वारा बाकी पैसो को लेने सुबह आने की बात करते हुए रात 10:30 बजे मृतक के घर से निकले उसके बाद घर वालो के अनुसार मृतक नेहरू नन्दे को बार बार फोन लगाने के बाद भी फोन नही उठाया इस बीच रात 10:15 बजे मृतक का फोन स्विच ऑफ बताने लगा और सुबह यह खबर मिली कि नेहरू नन्दे बोइरगांव बांधा के समीप जंगल मे एक पेड़ पर फांसी पर लटका हुआ है। इस घटना की जानकारी लगते ही मृतक के घर मे गम का पहाड़ टूट गया और गांव में शोक की लहर दौड़ गई आस पड़ोस के रहने वालों ने बताया कि इस तरह बैंक वालो द्वारा जो व्यवहार किया गया है वह इंसानियत को झगझोर करने वाला है।वही मृतक के परिवार वालो ने इस मौत का जिम्मेदार निजी अनपूर्णा बैंक को बताया है मृतक के परिवार वालो का कहना है कि जब घर पर कोई बड़े बुजुर्ग नही था सिर्फ मृतक की पत्नी और उसके दो बच्चे थे तो गांव की 20 से 25 महिलाओं को इकट्ठा कर करके मृतक के घर मे रात 10:30 बजे तक चन्द रुपयों के लिए तगादा करना क्या सही है आज इसी बैंक वालो के तमाशा करने के चलते अपने आपको शर्मिंदा महसूस करते हुए अपने परिवार के एक सदस्य को आत्महत्या करना पड़ा जिसका जिम्मेदार सिर्फ निजी अनपूर्णा बैंक कर्मचारियो को बताया। वही इस घटना की जानकारी लगते ही छुरा पुलिस ने मर्ग कायम करते हुए मौके पर पहुंचकर पेड़ में झूलते लाश को नीचे उतारकर शव का पोस्टमार्टम कर लाश को परिजनों के सुपुर्द करते हुए विवेचना में जुट गई है।