? संवाददाता कृष्ण कांत त्रिपाठी गरियाबंद
राजिम। नदी की स्वच्छता व शुद्धता बनाए रखना शासन-प्रशासन के जिम्मेदारी के साथ-साथ हम सबकी भी जिम्मेदारी हैं। यहां तीन नदियां सोढूर, पैरी और महानदी का संगम हैं। नदियों के तट पर सभ्यता विकसित होती हैं। विप्र समिति द्वारा गंगा आरती का अनुष्ठान अत्यंत प्रशंसनीय है। इससे स्थानीय विप्रजन उत्साहित हुए हैं। पहले तीन दिनों की आरती तय की गई थी, लेकिन हमने उसे बढ़ाकर पूरे पन्द्रह दिनों के लिए स्वीकृति दिला दी। उक्त बातें राजिम माघी पुन्नी मेला के छठवें दिन त्रिवेणी गंगा आरती में पहुंचे राजिम विधायक अमितेष शुक्ल अपने उद्बोधन में आगे कहा कि राजिम धर्मधरा है, जहां साक्षात त्रिवेणी मईया अपने संतानों को आशीर्वाद देने उत्साहित हैं। उन्होनें त्रिवेणी आरती की पूरी प्रशंसा की। कांग्रेस कमेटी के पूर्व जिला अध्यक्ष बैसाखू राम साहू ने अपने उद्बोधन में कहा कि नदियाॅं हमे पवित्र करती हैं। इससे तन मन सब धुल जाते हैं। माॅं की आरती उनकी सन्तान करे इससे बड़ा सौभाग्य और कुछ नहीं हैं। विप्र समिति के आरती प्रमुख पंडित राम शर्मा ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि पूरी उत्साह के साथ विप्र समिति माॅं त्रिवेणी गंगा की आरती में तल्लीन हैं। यह जिम्मेदारी का श्रेय विधायक शुक्ल को जाता हैं। आने वाले वर्षो में भी पूरी तन्मयता से इस कार्य को करने के लिए उत्साहित हैं। डाॅ. सतोष शर्मा कुम्भज के कुशल संचालन में गंगा आरती नयी उचाईयों को प्राप्त कर रहा हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष आरती मुखर होकर किया जा रहा हैं जिसमें वैदिक मंत्रों का जाप उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत कर रही हैं। इस मौके पर प्रमुख रूप से नगर पंचायत के अध्यक्ष रेखा सोनकर, जनपद पंचायत के पूर्व अध्यक्ष राघोबा महाड़िक, बिहारी शर्मा, प्रशासनिक जिला महामंत्री विकास तिवारी, मनीष दुबे, साधुराम निषाद, सुनील तिवारी, पार्षद टंकु सोनकर, रतीराम साहू, वेदप्रकाश तिवारी, पदमा दुबे, प्रभा पांडे, राम कुमार साहू, राम नारायण साहू, कुलेश्वर साहू, रूपेश साहू प्रमुख रूप से उपस्थित थे। पूजन कार्य में मुख्य रूप से आचार्य पंडित कन्हैया तिवारी, देवेन्द्र दुबे, विजय शर्मा, सुरज शर्मा, संजय मिश्रा, संतोष मिश्रा, दिनेश तिवारी, विकास शर्मा, पदुम पांडे, मदनमोहन, ऋषि तिवारी, संस्कार मिश्रा का योगदान रहा। इस मौके पर निहारिका साहू एवं हूमन साहू ने धार्मिक गीतों का आगाज किया। पुरूषोत्तम मिश्रा, राम कुमार देवांगन, ईश्वर देवांगन आदि ने स्टुमेंट पर संगत किया। इस दौरान बड़ी संख्या श्रद्धालुओं की भीड़ रही तथा परिक्रमा कर ईश्वर के प्रति श्रद्धा समर्पित किया।