?ब्यूरो रिपोर्ट विक्रम कुमार नागेश गरियाबंद
देवभोग। 200 से अधिक महिला पुरुष एवं मासूम बच्चे की जिंदगी को खतरे में डालते हुए बीते कई माह से डामर प्लांट संचालित किया जा रहा है ।जिसे ना संबंधित विभाग के अधिकारी संज्ञान लेते हैं। और ना जिम्मेदार जनप्रतिनिधि ध्यान देते हैं। ऐसे में लच्छीपुर एवं तहसील पारा सहित आजू-बाजू के गांव में निवासरत हजारों लोग इस डामर प्लांट से निकलने वाला दूषित धुंआ के बीच 24 घंटा रहने को मजबूर है ।यहां बताना लाजिमी होगा कि मुडागांव से गिरसूल मार्ग के बीच बाेईरगुडा के समीप डामर प्लांट लगाया गया है। जिसमें विभागीय मापदंड को अनदेखा करने के साथ – साथ लोगों की सुरक्षा को भी दरकिनार किया है ।सड़क किनारे और गांव के बीचो बीच यह डामर प्लांट संचालित हाे रहा है। जबकि आम आदमी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ऐसे प्लांट अक्सर वीरान जगह पर लगाया जाता है। ताकि निवासरत लोगों में वायु प्रदूषण का प्रभाव ना पड़े। लेकिन डामर प्लांट संचालक अपनी कमाई के लिए सैकड़ों लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करने मैं उतारू हो गए हैं ।सबसे खास बात तो यह है कि संबंधित विभाग के अधिकारी इस प्लांट में झांकने तक नहीं आते कि किस तरह डामर प्लांट संचालित है। और कितना नियमों का पालन हो रहा है। एवं ग्रामीण इससे प्रभावित तो नहीं है ।ऐसे बिंदुओं को दृष्टिगत रखते हुए संबंधित अधिकारियों को डामर प्लांट पर नजर बनाने की जरूरत भी बताई जाती है। मगर अफसोस की बात है। महिना दर महीना बीत रहा है। लेकिन संबंधित विभाग के अधिकारी प्लांट को देखने की जहमत नहीं उठाते। यही वजह है कि महीनों से डामर प्लांट मैं मापदंड को दरकिनार कर प्लांट संचालक बेधड़क डामर का कारोबार कर रहे हैं। मगर इससे आम राहगीर के अलावा प्लांट के आजू-बाजू निवासरत लोगों के जिंदगी पर काफी प्रभाव डाल रहा है। जिससे प्लांट संचालक के अलावा जिम्मेदार अधिकारी भी अवगत है लेकिन अब तक लोगों की सुरक्षा को लेकर कोई पहल नहीं किया गया है जिसके चलते नाराज ग्रामीण मंत्री से शिकायत कर प्लान को हटाने की मांग करेंगें
अनुपम आशीष टाेप्पाे एसडीएम देवभोग -:आपके माध्यम से डामर प्लांट की जानकारी मिली है संबंधित अधिकारियों से चर्चा करेंगे और अगर नियम विरुद्ध डामर प्लांट चलाया जा रहा है ताे कार्यवाही किया जाएगा