कांकेर: भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा द्वारा महिलाओं के साथ प्रदेश में अनाचार-अत्याचार के बढ़ रहे मामलों को लेकर प्रदेश सरकार के ख़िलाफ़ आगामी 20 फ़रवरी को आहूत ‘हल्ला बोल’ आंदोलन के संबंध में जानकारी देने आज कमल सदन कांकेर में प्रेस वार्ता आयोजित की गई ।
प्रेस को संबोधित करते हुए भाजपा के पूर्व विधायक व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुमित्रा मारकोले ने कहा कि जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है प्रदेश की महिलाएं असुरक्षित हो गई है । आये दिन महिलाओं के साथ दुष्कर्म, छेड़छाड़ की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है । सरगुजा से लेकर बस्तर तक कही भी महिलाएं सुरक्षित नही है । खासकर आदिवासी महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटनाएं रोज कही न कही हो रही है । प्रदेश की भुपेश बघेल सरकार महिलाओं की सुरक्षा में नाकाम हो चुकी है ।
श्रीमती मारकोले ने आगे कहा कि पिछले दो वर्ष से प्रदेश के हर इलाक़े में नाबालिग बच्चियों से लेकर वृद्ध महिलाओं तक की अस्मत और जान ख़तरे में है और सत्ता-संरक्षण में अराजक व आपराधिक तत्व बेख़ौफ़ अपना आतंकराज चला रहे हैं। प्रदेश में अपराधों का ग्राफ़ तेज़ी से बढ़ रहा है, क़ानून-व्यवस्था लगातार चौपट हो रही है, लेकिन प्रदेश सरकार हाथ-पर-हाथ धरे बैठी है और छत्तीसगढ़ को अपराधगढ़ बना रही है। विडम्बना तो यह है कि विशेष संरक्षित जनजाति परिवारों की बच्चियों से लेकर महिलाएँ भी इस अनाचार-अत्याचार की शिकार हुई हैं, लेकिन राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहलाने वाले इन आदिवासियों की सुरक्षा तक करने में प्रदेश सरकार नाकारा साबित हुई है। प्रदेश सरकार के निकम्मेपन से प्रदेश को अवगत कराने अब महिला मोर्चा सड़क से सदन तक संघर्ष और प्रदेश सरकार को ललकार कर झकझोरने का बिगुल फूँक रहा है। इसके लिये आगामी 20 फरवरी को प्रदेश के सभी ज़िला मुख्यालयों में धरना-प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा जाएगा । धरना प्रदर्शन के साथ ही ‘सड़क से सदन तक हल्ला बोल’ आंदोलन के तहत विधानसभा सत्र के दूसरे सप्ताह विधानसभा का घेराव करने का निर्णय भी लिया गया।
उक्त प्रेस वार्ता में जिला महामंत्री दिलीप जायसवाल महिला मोर्चा की विजय लक्ष्मी कौशिक, उषा ठाकुर, मीरा सलाम, पिछड़ा वर्ग मोर्चा अध्यक्ष संजय सिन्हा सहित अन्य भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे ।