? ब्यूरो रिपोर्ट विक्रम कुमार नागेश गरियाबंद
गरियाबंद।कोविड19 लॉकडाउन की वजह से भारत में ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री भी पुरी तरह प्रभावित हुई है. इसके बावजूद ऑटो कंपनियां आगे आ रही हैं और महामारी के इस दौर में अपनी ओर से हरसंभव मदद कर रही हैं. इस दिशा में आगे बढ़ते हुए हीरो मोटोकॉर्पने मोटरसाइकिल एंबुलेंस तैयार की हैं.
गरियाबंद जिला प्रशासन को बाइक एम्बुलेंस सौंपा
हीरो मोटोकॉर्प ने अपने सामाजिक उत्तरदायित्व अभियान के तहत कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए गरियाबंद जिला प्रशासन को एक बाइक एम्बुलेंस प्रदान की है। यह बाइक एम्बुलेंस क्षेत्र के दूरदराज वाले सड़क विहीन इलाकों से मरीजों को नजदीकी अस्पताल या कम्युनिटी चिकित्सा केंद्र तक पहुंचाने में सहायता करेंगे। उक्त बाइक एम्बुलेंस हीरो एक्सट्रीम 200 आर पर बनाई गई है। इनमे फोल्ड होने वाले स्ट्रेचर के साथ फोल्ड होने वाला छतरी लगाया गया है। इसके अलावा एम्बुलेंस में फर्स्ट-ऐड किट, मेडिकल उपकरण, ऑक्सीजन सिलेंडर, अग्निशामक, एलईडी फ्लैशर लाइट, फोल्डेबल बीकन लाइट, आपातकालीन वायरलेस सार्वजनिक घोषणा प्रणाली आदि उपकरण लगाए गए हैं।
हीरो मोटोकॉर्प इससे पहले भी कई राज्यों में मोबाइल एम्बुलेंस का वितरण कर चुकी है। हीरो मोटोकॉर्प ने बताया कि मोबाइल एम्बुलेंस ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में मरीजों तक पहुंचाने और उन्हें नजदीकी अस्पतालों में ले जाने के लिए उपयोगी होंगे। एम्बुलेंस मोटरसाइकिलों को उन जगहों में भी आसानी से ले जाया जा सकता है जहां बड़ी गाड़ी या एम्बुलेंस नहीं जा सकती। कंपनी ने बताया कि आपातकाल में यह एम्बुलेंस मरीज को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाने में काफी मददगार होंगे।
कंपनी देश के विभिन्न कई राज्यों में ऐसे बाइक एम्बुलेंस का वितरण कर रही है। हीरो मोटोकॉर्प ने एक बयान में कहा कि कंपनी की पहली प्राथमिकता कोविड-19 महामारी के समय अन्य वाहनों के बंद होने से मरीजों को हो रही परेशानी को दूर करना है। देश के दूरदराज और बीहड़ इलाकों ऐसे कई कई गांव हैं जहां लोगों को प्राथमिक उपचार के लिए भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खासकर बुजुर्गों और महिलाओं के लिए समस्या अधिक है। इन एम्बुलेंस का उपयोग गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने के लिए भी किया जा सकता है