? ब्यूरो रिपोर्ट विक्रम कुमार नागेश गरियाबंद
मैनपुर। राजकीय पशु वन भैसा के सरंक्षण तथा संवर्धन एंव आमजन मानस तक जागरूकता पहुंचाने के लिए छत्तीसगढ सरकार के वनमंत्री मोहम्मद अकबर के द्वारा कलेंडर का विमोचन किया इसके माध्यम से राजकीय पशु वन भैसा संबधित जानकारी पुरे प्रदेश व देश मे जायेेगी, वनमंत्री मोहम्मद अकबर ने वनभैसो के सरंक्षण व संवर्धन पर कार्य कर रही राष्ट्रीय संस्था वाइल्डलाइफ ट्रस्ट आफ इंडिया की सरहाना किया है। इस मौके पर डब्लू टी. आई नईदिल्ली के डाॅक्टर आर.पी.मिश्रा विशेष रूप से उपस्थित थे।
उलेखनीय है कि गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखण्ड अंतर्गत उदंती अभ्यारण्य मे मात्र 08 वन भैसा राजकीय वन्य जीव बचे है और वन विभाग द्वारा पिछले 14 वर्षो से वनभैसा के संख्या बढाने के लिए उदंती अभ्यारण्य में रेस्कूय सेंटर का निर्माण कर सरंक्षण एंव सवर्धन किया जा रहा है वाइल्डलाइफ ट्रस्ट आफ इंडिया के क्षेत्रीय प्रमुख डाॅक्टर आर पी मिश्रा ने बताया वन भैसा भारत में हाथी एंव गेंडा के बाद तीसरा सबसे बडा स्थलीय जीव है यह दुनिया के सबसे बडीं सीेगों वाला वन्य प्राणी है यह दुर्लभ वन्य प्राणी आई यू सी एन की रेड बुक में शामिल है तथा इसे वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची एक मे रखा गया है उतरपूर्व मे पाये जाने वाला वन भैसा का रहवास दलदलीय है जब कि छत्तीसगढ मे इसका रहवास ठोस भूमि है छत्तीसगढ मे वन भैसा उदंती सीतानदी एंव इन्द्रावती टाईगर रिजर्व में पाया जाते है राज्य निर्माण के बाद वर्ष 2001 मे वनभैसा को छत्तीसगढ का राजकीय पशु घोषित किया गया है श्री मिश्रा ने आगे बताया कि हमे गर्व है कि यह दुर्लभ वन्य प्राणी हमारा राजकीय पशु है और इसके सरंक्षण एंव सवर्धन के लिए हम कटीबंध्द है वन भैसो की औसत उर्म 18-20 तक होती है इसका वजन 800 से 1200 किलोग्राम तक होता है, वन भैसा झुण्ड में रहना पंसद करते है जिसका नेतृत्व झुण्ड के प्रमुख मादा वन भैसा करती है । श्री मिश्रा ने बताया कि वनमंत्री मोहम्मद अकबर के द्वारा वर्ष 2021 का कलेंडर का विमोचन किया गया है ।