? ब्यूरो रिपोर्ट विक्रम कुमार नागेश गरियाबंद
गरियाबंद। जिले के मैनपुर विकासखण्ड के अंतर्गत आनें वाले ग्राम गोढ़ियारी में स्थित कांदाडोंगर एक बहुत ही खूबसूरत पहाड़ है।जो पर्यटकों के लिए आकर्षण कस केंद्र बना हुआ है।इसका मुख्य कारण है यहाँ के पौराणिक इतिहास जो लोगों को यहाँ आनें को मजबूर कर देता है।कहा जाता है कि इस पहाड़ में चौरासीगढ़ की देवी माँ कुलेश्वरीन विराजमान हैं।इसी पहाड़ के निचे हर साल विजयदशमी के दिन भव्य मेला लगता है।बताया जाता है कि पर्वत के नीचे एक सरोवर है जो दैवीय शक्ति से निर्मित हुई है।जिसका पानी कभी नही सूखता।वहीं पर्वत के दक्षिण दिशा में जोगीमठ नामक एक गुफा है।मान्यता है कि इस जगह पूर्वकाल में सरभंग ऋषि तपस्यारत थे।प्रचलन के अनुसार यह भी मान्यता है कि दंडकारण्य कहा जानें वाले इस कांदाडोंगर क्षेत्र में भगवान श्री राम लखन जी माता सीता की खोज में यहां आये थे।और यहाँ के कन्दमूल फल खाए थे।ऐसी अनेकों मान्यताएं यहाँ सुननें को मिलती है।जो हजारों सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।लेकिन आज तक इसे पूर्णरूपेण पर्यटक स्थल का दर्जा नही मिल पाया।कांदाडोंगर आज भी पर्यटक स्थल बननें के लिए बाट जोह रहा है।