संचालक के निर्देश का पालन भी नहीं कर पाए जिला शिक्षा अधिकारी
दो माह पूर्व संचालक ने दिया था निर्देश
रायपुर। कोरोना काल में स्कूल प्रबंधन ने कितनी फीस ली? कोरोना काल में कितने छात्रों ने निजी स्कूलों को छोड़ा, इस बात का पता लगाने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग के संचालक ने प्रदेश के जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किया था। निर्देश के 2 माह बाद भी कोरोना काल में स्कूल छोडऩे वाले छात्रों की जानकारी और प्रबंधन द्वारा ली गई फीस की जानकारी स्कूल शिक्षा विभाग के जिम्मेदार नहीं जुटा पाए है।
दो बार निर्देश जारी होने के बाद बावजूद शत प्रतिशत स्कूलों की जानकारी संचालक के पास नहीं पहुंची है। निजी स्कूलों की इस मनमानी पर स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी अब कार्रवाई करने की तैयारी कर है। जिम्मेदारों का कहना है, कि नए वर्ष के आखिरी तक स्कूल जानकारी नहीं देते है, तो स्कूलों पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मान्यता पर आ सकता है संकट
स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया, कि संचालक के निर्देश का उल्लंघन करने वाले निजी स्कूलों को पहले नोटिस जारी किया जाएगा। नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। स्कूल संचालक स्पष्टीकरण नहीं देते तो जुर्माना की कार्रवाई की जाएगी और दोबारा जानकारी मांगी जाएगी। स्कूल संचालक यदि जुर्माना जमा करने के बाद भी जानकारी नहीं देते तो उनकी मान्यता पर संकट जाएगा।
प्रदेश में लगभग 90 हजार निजी स्कूल
निजी स्कूलों का प्रतिनिधत्व करने वाले एसोसिएशन के पदाधिकारियों की मानें तो प्रदेश में लगभग 90 हजार निजी स्कूल है। इन स्कूलों में एसोसिएशन के सदस्यों को जानकारी मुहैय्या कराने का निर्देश दिया है। कुछ स्कूलों ने जानकारी मुहैय्या भी करवा दिया है। जिनका शेष है, उनकी जानकारी जल्द विभागीय अधिकारियों को मिले, इसलिए निर्देश पूर्व में दिया जा चुका है।
रायपुर जिला शिक्षा अधिकारी जीआर चंद्राकर ने कहा, निजी स्कूलों से कोरोना काल में जमा कराई गई फीस और स्कूल छोडऩे वाले छात्रों की जानकारी मांगी थी। कुछ स्कूलों ने जानकारी भेज दी है, कुछ की जानकारी अभी आना बाकी है। जल्द सभी की जानकारियां आ जाए, इसलिए संकुल प्रभारियों को निर्देश जारी किया जाएगा।