गायिका-पूर्वा श्रीवास्तव व नृत्यांगना एनुका शार्वा की हुई प्रस्तुति
छुरा। शिक्षक कला व साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ के द्वारा शिक्षकों के गायन व नृत्य प्रतिभा को पहचानने व मंच प्रदान करने के लिए एक आन लाईन कार्यक्रम शिकसा संगीत धारा प्रत्येक मंगलवार को रात्रि आठ बजे संयोजक -डॉ.शिवनारायण देवांगन “आस” के संयोजन मे आयोजन किया जा रहा है इसी कड़ी उदघाटन रंगारंग माहौल में गायिका-कु.पूर्वा श्रीवास्तव व नृत्यांगना एनुका शार्वा के कार्यक्रम के साथ हुआ ।
संयोजक डॉ. शिवनारायण देवांगन “आस” ने बताया कि यह शिकसा संगीत धारा प्रत्येक सप्ताह एक शिक्षक व एक विद्यार्थी को आमंत्रित किया जाएगा जिसमें एक गायन व एक नृत्य के क्षेत्र से होगे जिसका साक्षात्कार लेते हुए कार्यक्रम की प्रस्तुति की होगी। हमने शिक्षक व विद्यार्थी के लिए हर वो कार्यक्रम प्रस्तुत कर रहे जो उनके लिए कारगार साबित हो ।
इसी कड़ी में अध्यक्ष कौशलेन्द्र पटेल ने कहा शिक्षक कला व साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ संयोजक देवांगन के मार्गदर्शन में नित नये कार्यक्रम का आयोजन कर रहे है जो एक करोना काल में मिसाल कायम किया है।
वही संयुक्त सचिव-बोधी राम साहू ने बताया कि हमारे अकादमी शिक्षक व छात्र के सर्वागीण विकास के लिए हरदम प्रयासरत हैं जिसका श्रेय संयोजक आस के प्रयास को जाता है ।
अकादमी के उपाध्यक्ष व लोकगायिका लक्ष्मी करियारे ने बताया कि यह शिक्षकों के प्रतिभा को निखारने व मंच प्रदान करने वाला पहला मंच है जिसे बनाकर देवांगन जी ने सराहनीय कार्य किया है ।
कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे संरक्षक व लोकगायक सूरज श्रीवास ने कहा कि शिक्षक कला व साहित्य अकादमी छत्तीसगढ़ का यह कार्यक्रम संगीत धारा शिक्षक व छात्रों के लिए मील का पत्थर साबित होगा ।
तदोपरान्त कार्यक्रम प्रभारी संजय कुमार मैथिल द्वारा संगीत धारा का प्रारंभ किया जिसमे प्रतिभागी-इस सप्ताह के शख्सियत के रूप में कु.पूर्वा श्रीवास्तव – (बाल गायिका) कक्षा 12वी श्री शंकराचार्य विद्यालय भिलाई दुर्ग एवं ऐनुका शार्वा – (नृत्य ) व्याख्याता शास कन्या उ. मा. शाला डौडीलोहारा बालोद ने अपना साक्षात्कार देकर गीतों व नृत्य की प्रस्तुति करके सभी का दिल जीत लिया और कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिए ।
इस अवसर पर उपस्थित शिक्षक साथियों ने इस सप्ताह के शख्सियत के कार्यक्रम उपरांत अपना विचार व गीत की प्रस्तुति किया जिसमें पवन सिंह, सूरज श्रीवास, लक्ष्मी करियारे ,जनक सिन्हा , बोधीराम साहू, रामकुमारी देवांगन, विनोद कुमार सिंह, श्वेता सोनी, मोहित कुमार शर्मा, विरेन्द्र कुमार साहू, चित्रमाला राठी, धर्मेन्द्र कुमार श्रवण, बिजेन्द्र अहीर, गीता देवी हिमधर, जमुना देवी गढेवाल,जब्बार खान, संगीता चन्द्राकर, जगन्नाथ हिमधर, मनोहर सिंह दीवान अदि ने विचार रखे व गीत की प्रस्तुति की ।
कार्यक्रम का संचालन- संजय कुमार मैथिल-राष्ट्रपति पुरस्कार शिक्षक व आभार प्रर्दशन सलाहकार -विनोद कुमार सिंह ने किया ।