दुर्ग. जिला कलेक्टर अंकित आनंद की अध्यक्षता में निगम महापौर धीरज बाकलीवाल, सभापति राजेश यादव, निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन की उपस्थिति में समस्त वार्ड जनप्रतिनिधियों की बैठक कलेक्टर सभाकक्ष में संपन्न हुआ। बैठक में कलेक्टर महोदय ने महापौर, सभापति सहित निगम वार्ड पार्षदों को बताया कि नगर निगम दुर्ग में लगभग 3500 स्थायी पट्टाधारी है। उन सभी पट्टेधारियों को भूमि अधिकार देने नजूल से सूचना पत्र जारी कर तामिल कराया जा रहा है। जिसके आधार पर पट्टाधारी अपने काबिज भूमि का गैर रियायती दर पर निर्धारित राशि जमा कर भूमि स्वामी बन सकते है। आप सभी से अपील है कि अपने-अपने वार्ड की जनता से संपर्क कर उन्हें इस प्रक्रिया की जानकारी देवें, और भूमि स्वामी बनने में उन्हें सहयोग प्रदान करें। बैठक में महापौर परिषद के प्रभारीगण, समस्त वार्ड के पार्षदगण, एवं जिला प्रशासन के अधिकारी खेमलाल वर्मा, श्री वर्मा एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री आनंद ने बताया कि राज्य सरकार ने पट्टाधारियों को भूमि अधिकार देने निर्देश जारी किया है। निगम क्षेत्र के शासकीय भूमि व निगम भूमि में रहने वालो लोगों को वर्ष 1984, 1998, एवं वर्ष 2003 आदि में आवासीय पट्टा जारी किया गया था एैसे पट्टाधारियों को निर्धारित समय के बाद नवीनीकरण करना पड़ता है। वष्र्या 1984 के पट्टा का नवीनीकरण किया गया है। एैसे सभी पट्टाधारियों को गैर रियायती दर पर राशि जमा करने पर उन्हंे उस भूमि का मालिकाना हक दिया जाएगा। निगम क्षेत्र में लगभग 1256 लोगों को पत्र तामिल कर दिया गया है। इससे हितग्राही मकान बनाने की अनुमति के साथ ही बैंक से ऋण लेनें, नामान्तरण या खरीदी बिक्री भी कर सकेगें। सरकार की मंशा है कि पट्टाधारियों को उस भूमि का मालिक बनाया जाए। यदि किसी हितग्राही को दिये गये पट्टे की जमीन से अधिक क्षेत्रफल में काबिज हैं एैसे लोगों को निर्धारित दर से राशि जमा कर भूमि स्वामी अधिकार के लिए नियमितिकरण कराना होगा। बैठक में जानकारी देते हुये कलेक्टर महोदय ने बताया यदि सिलिंग की जमीन पर हितग्राही काबिज है और उन्होनें पट्टा के लिए आवेदन दिया है तो उसकी जांच व परीक्षण उपरान्त पट्टा दिया जा सकेगा।
उन्होनें बताया किसी भी प्राइवेट भूमि, सड़क के ऊपर, तालाब के ऊपर, तालाब किनारे, नाला, नहर के ऊपर तथा कब्जा के आधार पर पट्टा देने व नियमितिकरण का कोई प्रावधान नहीं है। उन्होनें बताया निगम क्षेत्र में एैसे 1354 लोगों का सर्वे किया गया है जिसमें बड़ी संख्या में लगभग 1007 लोग अपात्र पाये गये हैं। बैठक में महापौर, सभापति, तथा महापौर परिषद के सदस्यों, एवं उपस्थित वार्ड पार्षदों ने अपने-अपने वार्ड क्षेत्र अनुसार जिला कलेक्टर से इस संबंध में शंका समाधान कर चर्चा किये। बैठक में वित्त प्रभारी दीपक साहू, सामान्य प्रशासन प्रभारी श्रीमती जयश्री जोशी, लोक कर्म प्रभारी अब्दुल गनी, जलकार्य प्रभारी संजय कोहले, राजस्व प्रभारी ऋषभ जैन, गरीबी उपशमन प्रभारी शंकर सिंह ठाकुर, महिला एवं बाल विकास प्रभारी सुश्री जमुना साहू, शिक्षा प्रभारी मनदीप सिंह भाटिया, पर्यावरण प्रभारी श्रीमती सत्यवती वर्मा, सांस्कृति पर्यटन प्रभारी श्री अनूप चंदानियाॅ, स्वास्थ्य एवं चित्किसा प्रभारी मो0 हमीद खोखर, तथा पार्षद मनीष साहू, श्रीमती चमेली साहू, नरेन्द्र बंजारे, बिजेन्द्र भारद्वाज, सतीश कुमार देवांगन, अजीत वैद, खिलावन मटियारा, देवनारायण चंद्राकर, निर्मला साहू, कांशीराम रात्रे, अमित कुमार देवांगन, अरुण सिंह, कांशीराम कोसरे, श्रीमती मीना सिंह, मनीष कुमार बघेल, ओमप्रकाश सेन, मदन जैन, शशी साहू, कमल देवांगन, कु0 श्रद्धा सोनी, सुश्री नीता जैन, श्रीमती नजहत परवीन, श्रीमती महेश्वरी ठाकुर, भास्कर कुण्डले, ज्ञानदास बंजारे, श्रीमती गायत्री साहू, अजय वर्मा, हेमेश्वरी निषाद, बृजलाल पटेल, एल्डरमेन कृष्णा देवांगन उपस्थित थे।