रायपुर,,शहीद नंदकुमार पटेल शासकीय महाविद्यालय में प्राचार्य डॉ. प्रीति शर्मा की अध्यक्षता मेंआज दिनांक 11 जनवरी 2025 को “राष्ट्रीय युवा दिवस” के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय सेवा योजना एवं समाजशास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वाधान में स्वामी विवेकानंद जी के अध्यात्म एवं दर्शन पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।
मुख्य वक्ता के रूप में डॉ.अनुपम शर्मा ,सहायक प्राध्यापक वाणिज्य,शासकीय महाविद्यालय माना कैंप रायपुर उपस्थित थे। डॉ अनुपम शर्मा ने अपने उद्बोधन में महाविद्यालय के विद्यार्थियों को विवेकानंद जी के जन्मदिवस को युवा दिवस के रूप में मनाने, और उनके आदर्शों, उनके पत्रों, व उनके जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं पर विस्तृत चर्चा की ।
“राष्ट्रीय सेवा योजना” के स्वयंसेवकों को आगामी सात दिवसीय शिविर में सेवा व समर्पण की भावना से कार्य करने हेतु प्रेरित भी किया। प्राचार्य डॉक्टर प्रीति शर्मा ने अपने उद्बोधन में बताया कि 39वर्ष के छोटे से जीवन काल में ही संपूर्ण जीवन जी लिया था। 25वर्ष की आयु में उन्होंने वेद पुराण ,साहित्य, संगीत और दर्शन आदि की विचारधाराओं को घोट लिया था । “”उठो, जागो और तब उन्होंने तक मत रुको जब तक मंजिल प्राप्त न हो जाए'”” ये मंत्र स्वामी विवेकानंद ने ही भरतीय युवाओं को दिया। वेदांत दर्शन के समर्थक विवेकानंद ने अपने कई प्रवचनों के माध्यम से हिंदू धर्म और आध्यात्मिकता के मूल सिद्धांतों की व्याख्या की। उनकी चर्चाओं में योग , भक्ति , आत्मा और माया के साथ-साथ भगवद्गीता , रामायण और महाभारत की अवधारणाओं सहित कई विषय शामिल थे ।वेदांत दर्शन के मानवतावादी पक्ष पर हमेशा जोर देते हुए, विवेकानंद ने सार्वभौमिक एकता, आत्म-सुधार ,आत्म संयम जैसे विचारों से पर हमेशा बल दिया ।
महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने ,विवेकानंद जी के प्रेरक वाक्यों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लिया। रूपेंद्र, सौम्या, कार्तिक,आयुषी,अरमान,दीपा ने अपने विचार रखें
। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी और समाजशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. कविता कोसरिया ने किया ,आभार प्रदर्शन डॉ. मनोज कुमार शर्मा सहायक प्राध्यापक गणित , द्वारा किया गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. ज्ञानेंद्र शुक्ला ,डॉ. एच. एल. वर्मा ,श्रीमती सौम्या रामटेके, डॉ जांगड़े, रोज़मीना,अनुराधा कार्तिकेय एवं अन्य प्राध्यापक गण, उपस्थित थे। बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने अपनी सहभागिता दिखाई।