रायपुर। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के संयोजक कमल वर्मा ने राज्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ को पत्र लिखकर आगामी नगरीय निकाय एवं पंचायत चुनाव में शासकीय सेवकों से निर्वाचन कार्य में सेवायें लेने हेतु सुझाव अनुसार कार्यवाही करने की मांग रखी है।
श्री वर्मा ने पत्र में लिखा है कि नगरीय निकाय एवं पंचायत चुनाव सफलता पूर्वक संपादित करने के लिए आपके कार्यालय द्वारा चुनावी प्रक्रिया प्रारंभ किया गया है। प्रदेश के शासकीय सेवकों द्वारा चुनाव कार्य को निष्पक्ष संपादित करने के लिए दिन रात परिश्रम करते है। नक्सली क्षेत्र में पदस्थ कर्मचारी/अधिकरी अपने जान को जाखिम में डाल कर निर्वाचन आयोग के निर्देर्शो का पालन करते हुए निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए सदैव प्रतिबद्व रहते है।
छ. ग. कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन जो कि 115 मान्यता एवं गैर मान्यता प्राप्त कर्मचारी-अधिकारी संगठनों का प्रतिनिधि संगठन है, आगामी नगरीय निकाय एवं पंचायत चुनाव में शासकीय सेवकों से निर्वाचन कार्य लेने हेतु निम्नांकित सुझाव सादर प्रस्तुत है:-
- निर्वाचन कार्य से ऐसे शासकीय सेवकों को पृथक रखा जाये जो कि शारीरिक रूप से विकलांग, दिव्यांग अथवा गंभीर बीमारी जैसे हार्ट सर्जरी, किडनी ट्रांसप्लांट इत्यादि से पीड़ित हो।
- महिला कर्मचारियों को सुरक्षा दृष्टिकोण से चुनाव कार्य से पृथक रखा जावे। इसी तरह ऐसे शासकीय कर्मचारी जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक हो उन्हें भी चुनाव कार्य से मुक्त रखा जावे। यदि इन कर्मचारियों की सेवायें अति अनिवार्य हो तो उन्हें निर्वाचन कार्यालयों में कार्यालयीन कार्य हेतु संलग्न कर दिया जावेे।
- निर्वाचन कार्य में ड्यूटी कर रहे वाहन चालकों, दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को भी मानदेय दी जावे।