निराशा और आशा के संघर्ष से निकलती दशहरा की एक कहानी

भिलाई। भिलाई के जुनवानी रोड स्थित दुर्गा नगर के लोगो ने पहली बार नवरात्र में माता रानी विराजित कर 10 दिवसीय आयोजन करने की ठानी। और पहली बार मे ही शानदार आयोजन हुआ, झांकी में बाहुबली फिल्म में दृश्यित झरने की झांकी बनाई गई, सुरंग से होकर माता वैष्णो देवी के दर्शन की झांकी भी बनी। नौ दिन सांयकलीन भोग भंडारा भी चला, माता रानी को खुश करने के लिए प्रतिदिन जसगीत , भजन कीर्तन, गरबा और रामलीला भी हुआ।


नौ दिन सब अच्छा चला, लेकिन 10 वे दिन जब विसर्जन के लिए पड़ोस के आमा तालाब पहुंचे तो कुछ अनहोनी इनका इंतजार कर रही थी, विसर्जन के दौरान तैरना जानने वाले 6 से 7 लोग डूबने लगे, काफी जद्दोजहद के बाद ये बाहर निकल गए, लेकिन दुर्गा नगर पश्चिम के सचिव और आयोजन समिति के संरक्षक ऋषि कुमार तालाब की गहराईयों में चले गए, माता रानी की कृपा से एक अनजान व्यक्ति ने 2 मिनट बाद उनको पानी से बाहर निकला, आनन फानन में उनको हॉस्पिटल पहुंचाया गया, ऋषि की स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उनको आई सी यू मे डाल दिया।
मोहले के 6 से 7 लोगों के डूबते डूबते बचने और सचिव के आईसीयू में चले जानें से पूरा मोहल्ला शॉक्ड हो गया, लोगो के चेहरे की खुशी, चिंता में तब्दील हो गई, रावन दहन टाल दिया गया।
एक दिन बाद,आज सचिव महोदय के अर्द्ध मूर्छा से बाहर आने पर लोगों ने राहत की सांस ली, कालोनी में फैली, चिंताएं खत्म हुई । पुन: आयोजन समिति के सदस्यों ने, कॉलोनी में 24 घंटे से खड़े रावण के दहन कर, आज दशहरा मनाने का निर्णय लिया, सारी व्यवस्थाएं फिर से की गई, स्थानीय पार्षद आदित्य सिंह ने लोगो की भरपूर मदद की। अतिथि भिलाई नगर निगम के पार्षद व एमआईसी मेंबर आदित्य सिंह, शिवराज ताम्रकार (मीडिया कर्मी), चंद्रेश अग्रवाल सामने आए। परिस्थितियों को
बदलने के लिए संयोजक-एम के मेश्राम , अध्यक्ष धमेंद्र सोनी, विनोद हिरवानी, सचिव नवीन कछवाहा, विनेश, राज एम दुबे, रंजीव भल्ला, बालेश्वर , हसन , देवकांत, बीरेंद्र, चंदा हिरवानी, सालोमन , वर्षा, मनहरण, संतोष, राजेश शरणागत, प्रवीण हलमरे, पण्डित पुरन जोशी, युवराज , देवा के साथ पूरे मुहल्लेवासियो ने पुरजोर कोशिश की। फिर से आज 6 बजे दशहरा का आयोजन हुआ।

यह खबर लिखे जाने तक सचिव ऋषि कुमार मित्तल हॉस्पिटल के आई सी यू (बेड न 5) में बेहतर स्थिति में आ चुके हैं, नौ दिनों की तरह दसवें दिन का दशहरा, ग्यारहवे दिन
शानदार आतिशबाज़ी के साथ अच्छे से आयोजित हो गया है कालोनी के लोगों का कहना है कि माता रानी के आशीर्वाद से सभी बुरी परिस्थितियां गुजर चुकी है हमने “असत्य पर सत्य की विजय” और “अंधकार पर प्रकाश की जीत” का पर्व, वापस चिंतारहित होकर रौनक के साथ मना लिया है।

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