- सूची के अनुसार सबसे ज्यादा पाटन क्षेत्र के 30 लोगों से किया जाना है वसूली
दुर्ग। जिले के 47 ग्राम पंचायतों में सरपंच- सचिवों को गबन प्रकरण में वसूली के लिए नोटिस जारी किया गया है। इन सभी के द्वारा शासन का 5 लाख 42 हजार 532 रुपए दबाया गया है। कई प्रकरणों में तो पूर्व सरपंचों से 20 साल बाद भी गबन प्रकरण में राशि की वसूली नहीं हुई है, टीएल की बैठक में कलेक्टर द्वारा मामले की लगातार समीक्षा कर वसूली के लिए निर्देश देने के बाद अधिकारी इसे लेकर सक्रिय हुए हैं।
जानकारी के अनुसार संचालक पंचायत विभाग ने मामले में कलेक्टर को सितंबर माह में पत्र लिखकर गबन प्रकरण में राशि की वसूली कर संचालनालय पंचायत विभाग को अवगत कराने कहा था इसके बाद कलेक्टर लगातार टीएल बैठक में इसकी समीक्षा कर रही है। इस पर सीईओ जिला पंचायत एवं उपसंचालक राज्य संपरीक्षा दुर्ग द्वारा सभी जनपद सीईओ को ग्राम पंचायत वार वसूली योग्य राशि की सूची भेजकर राशि वसूली की कार्रवाई करने निर्देश दिए गए हैं।
वसूली के लिए भेजी गई सूची के मुताबिक सबसे ज्यादा पाटन जनपद पंचायत क्षेत्र में 30 लोगों से कुल 2 लाख 88 हजार 741 वसूली किया जाना हैं। इनमें सर्वाधिक 80913 रुपए तरीघाट ग्राम पंचायत के भूतपूर्व सरपंच मनलाल सोनवानी ने गबन की है। उन्होंने वर्ष 2003-04 से 2004-05 की प्रभार में नए सरपंच को 43648 रुपए एवं 332 क्विटल चावल मूल्य 37265 रुपए नहीं सौंपा। इसी प्रकार गलत लेखांकन प्रविष्ठि कर पंचायत कर्मी लोकनाथ कौशिक वर्ष 2006-07 का 24800 रुपए गबन किया है। जनपद पंचायत पाटन के एन.के. कौशल ने वर्ष 1997-98 में खरीफ फसल हेतु जमीन नीलामी से प्राप्त 6000 रुपए अब तक जमा नहीं किया है। खुड़मुड़ा में सरपंच विशाखा व पंचायत सचिव हीरालाल साहू से 7147 रुपए लिया जाना है। अचानकपुर में वर्ष 2004-05 से 2007-08 में पंचायत कर्मी ताम्रध्वज साहू ने केशबुक में अधिक व्यय अंकित कर 11490 रुपए प्रभक्षण किया है। फुण्डा में तात्कालिन सरपंच ने वर्ष 2003-04 में 40 हजार रुपए गबन किया है। बेल्हारी के तत्कालीन सरपंच से 5000, गातापार में शिवकुमारी साहू से 7070, सावनी पूर्व सरपंच चैती यादव 5059, मर्रा के.एल. मन्नाड़े, परसराम धरमगुड़ी एवं मेन सिंह से 8642, फेकारी तुकाराम साहू 1424, गैतीबाई बाई 11425, कुम्हली ठाकुर राम साहू 2608, बटरेल लखनलाल साहू व देवेन्द्र साहू से 3467, कुर्मिगुंडरा देवकुमार वर्मा पंचायत कर्मी 8915, तेलीगुंडरा ईश्वरी साहू पूर्व सरपंच 12858, भरर नारायण सिंह चंद्राकर, पंचायत कर्मी 2500, कौही वर्ष 2003-04 तत्कालीन सरपंच से 792, नंदलाल ठाकुर 750, अरसनारा चैनसिंह मिथलेश पंचायत सचिव 7800, कानाकोट गेंदलाल देशलहरे व सालिकराम ठाकुर से 3773 एवं ग्राम सुरपा पंचायत सचिव देवलाल सर्वा से 25883 रुपए वसूल किया जाना है।
वहीं जनपद पंचायत दुर्ग क्षेत्र के ग्राम पंचायत बिरेझर में वर्ष 2003-04 से 2010-11 का तत्कालीन सरपंच विरेन्द्र कौशिक से 40000 रुपए वसूली योग्य है। 2003-04 में निकुम पंचायत सचिव जगधर सिंह ध्रुव ने 32000 रुपए गबन किया है। इसी प्रकार करंजा भिलाई में सरपंच उषा साहू व सचिव अरुण पाण्डेय से 25965, अंजोरा ख अनिल साव सचिव 1000, कातरो सचिव शोभन लाल निर्मलकर 13000, जंजगिरी सचिव नारायण गोस्वामी 2000, डांडेसरा थानसिंह धुर्वे सरपंच व पंचायत सचिव अनिल दुबे 8930 एवं ग्राम पंचायत पुरई में वर्ष 2015-16 एवं 2016-17 का सरपंच सुखीत यादव तथा सुनीता से 54035 रुपए की वसूली बाकी है।
धमधा जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पंचायत नंदनी खुंदनी में गेंदलाल जांगड़े व छगनलाल शर्मा से 33319, रौंदा अंबरिश राणा 400, कोड़िया में वर्ष 2006-07 का सरपंच झुमुक लाल साहू व अभयराम से 19200, विरोदा सुंदरलाल साहू 361, गोढ़ी दीपक साहू व हीराराम वर्मा से 519, नवागांव दल्लुसाहू व दिनेश उमरे 350, पोटिया पुष्पलता निर्मल 16704, अरसी रुपेश वर्मा व गया बाई से 2100 एवं ग्राम पंचायत दनिया में सरपंच विरेन्द्र शर्मा से 9908 रुपए वसूली योग्य है।
आरआरसी से वसूली की होगी कार्रवाई…..
सीईओ जिला पंचायत अश्विनी देवांगन का कहना है कि कलेक्टर निर्देशानुसार वसूली हेतु हर टीएल बैठक में लगातार समीक्षा की जा रही है। नोटिस के बाद भी यदि गबनकर्ता राशि वापस नहीं करेगा तो उनके विरुद्ध धारा 40 एवं आरआरसी से वसूली की कार्रवाई की जाएगी।