रायपुर,, शासकीय दू ब .महिला महाविद्यालय में इतिहास विभाग ,महाविद्यालय युवा टूरिज्म क्लब के तत्वाधान में विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर दो दिवसीय पर्यटन दिवस समारोह का आयोजन किया गया
वर्ष 2024 का थीम है”पर्यटन व शांति” कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ किरण गजपाल ने किया
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के इंडिया टूरिज्म के मैनेजर मयंक दुबे रहे। इतिहास विभाग की अध्यक्षा व महाविद्यालय यूथ टूरिज्म क्लब की संयोजिका डॉ शंपा चौबे ने अपने स्वागत भाषण में विश्व पर्यटन दिवस मनाने के उद्देश्य और अर्थव्यवस्था में उसके योगदान के महत्व से छात्राओं को अवगत कराया छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा पर्यटन सिर्फ यात्रा नहीं अपितु वह प्रकृति और स्वयं से जुड़ने का एक सशक्त माध्यम है।
अपनी अध्यक्षता भाषण में छात्राओं को संबोधित करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ किरण गजपाल ने पर्यटन को समाज व संस्कृति को भावनात्मक रूप से जोड़ने वाला माध्यम बताया साथ ही शैक्षणिक भ्रमण के माध्यम से पर्यटन को बढ़ावा देने की महाविद्यालय की नीति को और अधिक विस्तृत रूप प्रदान करने की योजना से अवगत कराया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मयंक दुबे ने भारत शासन के पर्यटन नीति के विजन तथा “एक भारत श्रेष्ठ भारत”के उद्देश्यों से महाविद्यालय की छात्राओं को अवगत कराया। पर्यटन दिवस समारोह के प्रथम दिवस में निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसका विषय था “छत्तीसगढ़ में पर्यटन की संभावनाएं व चुनौतियां” साथ ही पर्यटन से संबंधित क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें महाविद्यालय की छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया ।
छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों पर एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया इसके पश्चात टूरिज्म क्लब की सदस्य डॉ मधुलिका अग्रवाल ने अपने पर्यटन के संस्मरण से छात्राओं को बताएं । समारोह के दूसरे दिवस में मुख्य वक्ता श्री शिवम पी त्रिवेदी हेरिटेज कंसलटेंट (विरासत सलाहकार) ने संबोधित करते हुए कहा कि शासन एक सीमा तक ही पर्यटन को बढ़ावा दे सकता है उसके बाद यह युवाओं की जिम्मेदारी है कि वह अपने क्षेत्र के पर्यटनदूत बनाकर आम जनों को पर्यटन के लिए जागरूक करें रायपुर किस तरह कल्चुरी काल में राजधानी बना इस ऐतिहासिक तथ्य से भी अवगत कराया इसके पश्चात” एक भारत और श्रेष्ठ भारत ” थीम पर छात्राओं ने विभिन्न राज्यों की वेशभूषा मे उस क्षेत्र के लजीज पकवानों को बनाकर प्रस्तुत किया जिसने भारत की एकता में अनेकता को प्रतिबिंबित दर्शाया। “आओ जाने अपने देश” मिशन के माध्यम से मयंक दुबे ने छात्राओं को मोबाइल द्वारा पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के लिंक से जोडा तथा उन्हें अपने क्षेत्र के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल के वीडियो बनाकर उस लिंक में डालने के लिए प्रेरित किया । छात्राओं के लिए पर्यटन पर रील प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें छात्राओं ने पर्यटन स्थलों से संबंधित अपने वीडियो प्रस्तुत किए।कार्यक्रम के अंतिम चरण में छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल द्वारा 75 दिनों तक चलने वाले”बस्तर दशहरा” पर एक वृत्तचित्र का प्रस्तुतीकरण किया गया ।कार्यक्रम का संचालन डॉ सरिता दुबे द्वारा किया गया विश्व पर्यटन दिवस समारोह के अंत में डॉ शीला श्रीधर ने धन्यवाद ज्ञापित किया इस अवसर पर डॉ वासु वर्मा डॉ जया तिवारी डॉ रेखा दीवान डॉ कल्पना पॉल डॉ अलका वर्मा डॉ कल्याण रवि डॉ प्रीति बाला जायसवाल डॉ कविता ठाकुर डॉ संध्या ठाकुर डॉ महेंद्र सारवा डॉ नितिन पांडे रिसर्च स्कॉलर व छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रही ।