सावन का पांचवा सोमवार :- सांकर दाहरा से कांवरिया कलश भरकर तपोभूमि पहुंचे अच्छी बारिश और सुख समृद्धि के लिए 20 किमी की यात्रा

देवरीबंगला / अच्छी बारिश और क्षेत्र की सुख समृद्धि की कामना को लेकर 20 किमी की यात्रा कर कर कांवरियों ने सांकर दाहरा से जल भरकर तपोभूमि स्थित महेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने शिवनाथ नदी के तट पर स्थित सांकरदाहरा से जल कांवङ व कलश मे लेकर पैदल ही तपोभूमि स्थित महेश्वर महादेव पहुंचे। करीब 20 किलोमीटर की पदयात्रा कर श्रद्धालुओ ने रुद्राभिषेक किया। उसके बाद कावड़ियों ने विधि विधान से पूजा अर्चना की। कवाडे सावन के प्रत्येक सोमवार को पदयात्रा कर तपोभूमि पहुंचते हैं। ग्राम साल्हेबाजार मे विधायक कुंवर सिंह निषाद ने कावड़ियों का स्वागत किया। कावड़ियों का समिति ने किया स्वागत :- सावन माह में ग्राम पथरानवागाव, माटराखुज्जी, भरनाभाट, राघोनवागाव, अरजकुंड, मनकी, कलडबरी के श्रद्धालु शिवनाथ नदी का जल लेकर पैदल ही तपोभूमि पहुंचते हैं। महेश्वर महादेव मंदिर समिति के सदस्यों ने पदयात्री कवड़ियों का राघोनवागाव मे भव्य स्वागत किया। समिति के सदस्य व जिला पंचायत सदस्य चंद्रप्रभा सुधाकर के नेतृत्व में कावङ यात्रा की अगवानी की। कावड़ यात्रा के रास्ते में पढ़ने वाले दस से अधिक गांव में लोग हाथों में तिरंगा झंडा लेकर कांवड़ियों का स्वागत कर जत्थे में शामिल हो रहे थे। सद्भाव और सौहाद्र की अनूठी मिसाल :- जत्थे मे शामिल भागवत साहू व मूलचंद चौधरी ने बताया कि दो वर्ष में ही तपोभूमि स्थित महेश्वर महादेव के प्रति ग्रामीणों में श्रद्धा बढी है। पदयात्रा के दौरान कावड़ियों में सद्भाव और सौहाद्र की अनूठी मिसाल देखने को मिली है। कांवड़ यात्रा में सूरजभान साहू, दीनू साहू, ब्रह्मगिरि गोस्वामी, निर्मला साहू, प्रेमलाल शामिल थे।

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