आज के समय में पर्यावरण पर लगातार आघात से जन जीवन अब कितना कठिन हो चला है,हमारे आस पास जितनी हरियाली होनी चाहिए वह अभी नही है हमे अपने आने वाले पीढ़ी के लिए भी पर्यावरण बचा कर स्वस्थ वातावरण निर्मित करना है ,इसी संदेश को लेकर महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी श्री सुमित गंटेचा ने एक कविता में पिरोया है श्री सुमित जी शिक्षक की भूमिका में भी बेहतर कार्य करते है ,लेखक कवि हृदय भी है