पाटन,,, जिला शिक्षा अधिकारी अरविंद मिश्रा दुर्ग एवं जिला साक्षरता नोडल की अध्यक्षता में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम एवं विभागीय कार्यों की समीक्षा बैठक आडीटोरियम हाल पाटन में रखा गया l जिसमें विकासखंड साक्षरता प्राधिकरण पाटन को 11000 असाक्षर सर्वे का लक्ष्य प्राप्त करने तथा उल्लास ऐप में ऑनलाईन इंट्री में आ रही समस्याओं के विषय में व्यापक चर्चा हुईl भारत सरकार के द्वारा उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम चलाया जा रहा है जिसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को आधार मानते हुए 15 वर्ष या उससे अधिक आयु असाक्षर लोगों को साक्षर करना है। इसके पांच श्रेणियां के अंतर्गत बुनियादी साक्षरता (पढ़ना,लिखना व अंकज्ञान), महत्वपूर्ण जीवन कौशल (डिजिटल, वित्तीय ,कानूनी,पर्यावरणी साक्षरता व अन्य विषय में जागरूक करना), व्यावसायिक कौशल एवं सतत शिक्षा, इत्यादि प्रदान करते हुए साक्षर करना हैlइन असाक्षरों का चिन्हांकन कार्य के लिए सर्वेयर शिक्षक के साथ-साथ कक्षा 9वी से 12वीं तक के बच्चों को प्रोजेक्ट कार्य के रुप मैं अपने आसपास रहने वाले असाक्षरों की उल्लास नोडल के मार्गदर्शन में जानकारी एकत्रित की जानी हैं, जिससे कि बोर्ड परीक्षा में उल्लास प्रशस्ति पत्र के आधार पर उन्हें बोनस अंक प्राप्त हो सके l जिला साक्षरता नोडल पुष्पा पुरुषोत्तम जी के द्वारा प्रत्येक संकुल समन्वयक व प्राचार्य के अंतर्गत आने वाले ग्राम व निकाय के द्वारा किए गए असाक्षर सर्वे के चिन्ह्यांकन एवं ऑनलाइन एंट्री की समीक्षा की गई l असाक्षरों का कम चिन्हांकन वाले संकुल को जल्द से जल्द लक्ष्य पूर्ण करने हेतु जवाबदेही तय की गई तथा समयसीमा निर्धारित किया गया l विकासखंड के प्रत्येक संकुल में मॉडल उल्लास साक्षरता केंद्र स्थापना की जानी है जहां असाक्षर आकर बुनियादी ज्ञान प्राप्त कर सकेl भूमिका साहू के द्वारा उल्लास ऐप में असाक्षर मुखिया/साक्षर/ स्वयंसेवी ऑनलाइन एंट्री की जानकारी दी गईlशासन के निर्देशानुसार उल्लास गीत, उल्लास शपथ, सभी विद्यालय में उल्लास बैनर एवं अन्य सांस्कृतिक एवं सार्वजनिक कार्यक्रमों, पौधारोपण इत्यादि सभी कार्यक्रमों में उल्लास लोगों का प्रयोग किया जाना हैं तथा डिजिटल तथा प्रिंट मीडिया के माध्यम से इसके व्यापक प्रचार-प्रसार का लक्ष्य रखा गया lजिला शिक्षा अधिकारी द्वारा बताया गया की 10वीं 12वीं में अध्ययनरत सभी बच्चों का प्रति माह 24 से 30 के मध्य मासिक टेस्ट लिया जाना है एवम् बच्चों के मूल्यांकन अंकों को विनोबा ऐप में अपलोड किया जाना है बच्चों की टेस्ट की कॉपी विद्यालय में एक माह सुरक्षित रखा जाना है सभी बच्चों को प्रैक्टिकल कार्य के रूप में कम से कम 20 से 30 प्रैक्टिकल कराए जाने हैं तथा बच्चों के मूल्यांकन कार्य में सूक्ष्मता एवम् गहनता से आकलन किया जाना हैंl शिक्षा सप्ताह में सभी बच्चों एवं समुदाय की व्यापक भागीदारी सुनिश्चित किया जाना हैंl उक्त बैठक श्रीमती आकांक्षा अग्रवाल ABEO पाटन, श्री कमल देवांगन सहायक नोडल साक्षरता,श्री जैनेंद्र गंजीर पूर्व नोडल पढ़ना लिखना अभियान, श्री जे.पी. पांडे प्राचार्य तथा वि.ख. पाटन के सभी शासकीय विद्यालय के प्राचार्य तथा समस्त सीएसी उपस्थित हुएl