खबर हेमंत तिवारी
छुरा(पाण्डुका) विकासखंड छुरा के ग्राम पंचायत गाड़ाघाट में पदस्थ सचिव संतोष यादव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपना दर्द बयां किया और अपने ऊपर लगे सारे झूठे आरोपों को खारिज करते हुए सच्चाई बताएं जिसमें उन्होंने बताया कि विगत दिनों एक तथा कथित व्यक्ति द्वारा सावधान वेब पोर्टल छत्तीसगढ़ में 26 लाख रुपए सचिव ग्राम पंचायत गाड़ाघाट, फुलझर के नाम से अपने सावधान में पोर्टल में प्रकाशन किया गया था ।जबकि पंचायत में 26 लाख रुपए का आवंटन आता ही नहीं है जो भी राशि आता है उसे जी वी डी कार्य योजना के तहत पेयजल,स्वच्छता ,अधोसंरचचना वगैरह में खर्च किया जाता है।और संबंधित वेंडर को डीएससी के माध्यम से राशि भुगतान किया जाता है ।पंचायत में प्रस्ताव होता है। मासिक बैठक में आय व्यय का ब्योरा दिया जाता है ।और चेक में सचिव, सरपंच का संयुक्त हस्ताक्षर होता है ।बिना काम कराए सरपंच एवं पंचों की जानकारी के सचिव द्वारा एक तरफा 26 लख रुपए का गबन किया जन समझ से पर है। लॉकडाउन में दुकान बंद थी। कोई सामग्री क्रय नहीं किया गया है पूर्व में जो सामग्री क्रय किया गया है। उसी सामग्री क्रय का राशि डीएससी के माध्यम से बिल का भुगतान संबंधित दुकानदारों को किया गया है।

वही इस तथा कथित व्यक्ति द्वारा आए दिन मुझे परेशान किया जा रहा है उसके द्वारा यह भी लिखा गया है कि गाड़ाघाट में गुजरोगे तो तेरा क्या हश्र होगा जो सरासर गलत है ।मैं ग्राम पंचायत का जिम्मेदार व छोटा सा कर्मचारी है मैं किसी भी पत्रकार वा आम नागरिक के साथ इस तरह की व्यवहार कर ही नहीं सकता। जो कि इस बात को सिरे से खारिज करता हूं

।वही मेरा सावधान वेब पोर्टल में मेरा फोटो में भ्रष्टाचारी सचिव लिखकर मेरी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया है ।बिना सिद्ध किय आरोप लगाना गलत है मेरे ऊपर लगाए गए सारे आरोप निराधार है । जिससे मैं मानसिक रूप से परेशान हूं। और आगे अपने संघ एवं साथियों से चर्चा करने के बाद मैं कानून की शरण में जाकर न्यायालय का दरवाजा खटखटाऊंगा एवं मेरे ऊपर लिखे गए 26 लाख गबन को सिद्ध करे। इस तरह भ्रष्टाचारी सचिव लिखे जाने से मैं बहुत आहत हूं।हो सकेगा तो सचिव साथियों के माध्यम से मैं थाना के शरण में भी जाऊंगा ।