जामगांव आर।बसंत पंचमी उत्सव का आयोजन 14 फरवरी 2024 बुधवार को सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जामगांव आर में किया गया।मां सरस्वती की आरती के दौरान सभी माता पिता अपने बच्चो के सिर पर हाथ रखकर मां से मिल रही आशीर्वाद को अपने बच्चो को प्रदान किए।प्रारंभ में विधा आरंभ संस्कार यज्ञ में माता पिता बच्चों के साथ शामिल होकर यज्ञ में आहुतियां डाली मां सरस्वती से संस्कार और विधा से बच्चों को परिपूर्ण करने का आशीर्वाद मांगे। यज्ञ को विधि विधान पूर्वक गायत्री परिजन डी डी मानिकपुरी एवम अश्वनी साहू ने संपन्न कराए ।माता और पिता के लिए आयोजित खेल स्पर्धा में विद्यालय के प्राचार्य प्रधानाचार्य एवम सभी टीचर्स ने भी पार्टिसिपेट किए।कुर्सी दौड़ फुग्गा फोड़ों डिस्पोजल जमाओ बिंदी लगाओ बास्केट बाल मोमबत्ती जलाओ जैसे छोटे छोटे खेलो में खेल के प्रतिभागी माता पिता और गुरु जनों ने खूब इंजवाय किए।अपनी बचपन की याद ताजा करते हुए बच्चों के रोल मांडल बने। बच्चों ने माता पिता और गुरु जनों को खेल खेलते देखकर आश्चर्य चकित ढंग से हर्षित थे।
टाकीज सा वातावरण में प्रोजेक्टर से प्रदर्शन हुआ,,,मां सरस्वती की उत्पत्ति ,मां सरस्वती पर मूवी ,एक बटे दो दो बटे चार कालीचरण फिल्म की झलक और मां सरस्वती की आरती प्रोजेक्टर पर्दे पर टाकीज सा वातावरण में संपन्न हुआ।जिसे प्रत्येक माता पिता ने सराहा ।पूर्व छात्र सिद्धार्थ अपनी धर्मपत्नी और विद्यालय में अध्ययनरत बच्चे के साथ पहुंचे विद्यालय का उन्नत स्वरूप देखकर कहा कि हमे गर्व है मेरी दोनो बहने रोशनी और दीपमाला सहित हमे पूरे 14 वर्षो तक विद्यालय ने लाभान्वित किया और मेरा बच्चा विद्यालय में अध्ययनरत है।विद्यालय के संस्कार और उन्नत शिक्षा का लाभ सभी उठाए।अपनी नकारात्मक सोच का ठीकरा दूसरो पर नही फोड़े,,,,व्यवस्थापक एके जैन ने कहा कि मां सरस्वती की आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए अपनी मंजिल की दिशा में समर्पित भाव के साथ मेहनत करना चाहिए। मेहनत नही करने वालो को अपेक्षा अनुकूल मंजिल नहीं मिलती वे चारो तरफ अपनी कमियों का ठीकरा दूसरो पर फोड़ते हुए जीवन में नकारात्मक सोच के साथ दुखी रहते है।और दुसरो को भी दुखी करते है।माता पिता के मेहनत पर पानी फेरते है। निराश होने के बजाय मेहनत में चूक को ढूंढे,,,,,प्राचार्य पीएल बारले ने कहा कि अपने अपेक्षा अनुरूप परिणाम नही आने पर विधार्थी निराश होने के बजाय मेहनत में हुई चूक को ढूंढे उसे दूर करे भविष्य में मन माफिक परिणाम मिलना तय है।निराशा या कोई भी नकारात्मक कदम किसी के हित में नहीं होता है। समझदार व्यक्ति नकारात्मक कदम नहीं उठाते बल्कि डटकर मुकाबला करके मंजिल को प्राप्त करते है। ध्यान रखना चाहिए जितनी बड़ी मंजिल का चाहिए उसी स्तर का मेहनत भी करना होगा। विजेता माता पिता गुरु का हुआ सम्मान,,,,बसंत पंचमी अवसर पर आयोजित खेल स्पर्धा में प्रतिभागी माता पिता और गुरु जनों ने जमकर कुर्सी दौड़ में प्रथम रहे खिलेश्वरी साखरे द्वितीय खेमचंद , फुग्गा फोड़ों में प्रथम रानी चंद्राकर द्वितीय पूर्व छात्र एवम पालक सिद्धार्थ चंद्राकर डिस्पोजल जमाओ में प्रथम गूंजा चंद्राकार द्वितीय आचार्य दीदी प्रीति साहूबास्केट बाल में प्रथम मनीष चंद्राकर द्वितीय सुधा ध्रुवे, बिंदी लगाओ में प्रथम आचार्य हथेशवर साहू द्वितीय उमेंदी साहू मोमबत्ती जलाओ में प्रथम रेणुका द्वितीय आचार्य दीदी मिनाक्षी सम्मानित किए गए।शेष सभी प्रतिभागी को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किए गए।इस अवसर पर जामगांव आर भरर सुरपा टेमरी कुम्हाली करेला रनचिराई बोरवाय आदि ग्रामों के पालक उपस्थित रहे।