रायपुर। विगत 5 वर्षों तक भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस शासनकाल में धरना स्थल रायपुर बूढ़ातालाब से 18 किलोमीटर दूर तूता में स्थापित करने का विरोध किया था। बीते 4 वर्ष में लगातार प्रत्येक आंदोलन में भाजपा के वरिष्ठजन तूता जाकर आंदोलन का समर्थन किए थे तथा शहर से दूर अव्यवस्थित स्थान पर धरना स्थल बनाए जाने की निंदा की थी। कर्मचारी नेता विजय कुमार झा ने कहा है कि कर्मचारियों, अनियमित कर्मचारी और पेंशनरों के मांगों पर सरकार जब निर्णय लेगी तब लेगी। लेकिन तूता धरना स्थल पर डॉ रमन सिंह, विधान सभा अध्यक्ष, विष्णु देवसाय मुख्यमंत्री, अरुण साव उप मुख्यमंत्री व ओपी चौधरी वित्त मंत्री को भाजपा प्रवक्ता गौरी शंकर श्रीवास हमेशा धरना स्थल पर तूता नवा रायपुर ले गए। वहां न केवल आंदोलन का समर्थन किया गया बल्कि इतनी दूर धरना स्थल बनाए जाने का भी विरोध किया। श्री झा ने स्मरण कराया कि जो लोग बढ़-चढ़कर धरना स्थल हटाए थे तथा धरना स्थल हटाने के लिए स्वागत बोर्ड लगवाए थे। छत्तीसगढ़ की जनता कर्मचारियों ने उन्हें हटा दिया है। अब जनहित में उचित निर्णय लेने की पारी है। श्री विष्णु देवसाय मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिपरिषद के उन नेताओं का है, जिन्होंने विपक्ष में रहते हुए धरना स्थल तूता रायपुर का विरोध किया था, तत्काल सर्वे कराकर रायपुर नगर निगम सीमा में रिक्त शासकीय भूमि, खुली भूमि, वन नजूल भूमि है। उस पर धरना स्थल निर्धारित किए जाने की कार्यवाही सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर निर्धारित किया जाना चाहिए।