पाटन। एल आई सी-एच एफ एल के सहयोग और समर्थन के पहल से दुर्ग जिला के पाटन ब्लॉक के 5 गांव धौराभाठा , परसाही , मानिकचौरी , गाड़ाडीह, बोहारडीह में हृदय परियोजना अंतर्गत ग्राम विकास हेतु कृषि कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में महिला किसानों को आगे बढ़ाने के लिए ग्राम धौराभाठा में लहसुन की खेती के लिए प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें कल्याणी महिला समूह व जय मां संतोषी समूह से 20 महिलाओं द्वारा 2 एकड़ भूमि पर पहली बार लहसुन की खेती किया जा रहा है। महिलाओं की आजीविका के लिए यह एक नया पहल है। जिसमें समर्थन संस्था की ओर से महिला किसानों की क्षमता वर्धन के लिए और उनकी आय को दुगनी करने के लिए रवि की फसल में लहसुन का खेती कराया जा रहा है। जिससे अधिक मात्रा में लहसुन का उत्पादन होगा और उसकी आमदनी भी अच्छी होगी इस फसल में पानी कम लगता है और 4 महीने में फसल तैयार हो जाता है। 180 किलो लहसुन की मात्रा जो की 36000 रुपए की है जिसे संस्था द्वारा महिला किसानों को प्रदान किया गया है जिससे वे अपने आजीविका को आगे बढ़ा सके।इसका अनुमानित उत्पादन लगभग 20 क्विंटल होगा जिससे कुल लाभ 8 लाख रू तक होगी। इस कार्यक्रम के पहल और शुरुआत के लिए ग्राम के सरपंच बिंदेश्वरी मेश्राम तथा उप सरपंच राजेश्वरी चंद्राकर तथा हृदय परियोजना के कार्यक्रम अधिकारी सूरज सिंह चंदेल व कार्यकर्ता राधिका महरा के साथ ग्राम परसाही से किसान क्लब के अध्यक्ष परशुराम साहू, बंसीराम साहू तथा धनेश्वर साहू उपस्थित रहे। सरपंच ने बताया कि इस प्रकार के पहल से महिला किसानों को बढ़ावा मिलेगा साथ ही उनकी आजीविका के साधन खुलेंगे प्रच्छन्न बेरोजगारी दूर होगी, घर की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगी तथा महिलाएंअपने जरूरत को पूरा करने के लिए स्वयं पर निर्भर रहेंगे।उपसरपंच द्वारा बताया गया कि ऐसी पहल होनी चाहिए जिससे महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलता है अधिकतर गांवों के किसान में महिला किसान ही आगे बढ़कर काम करती है लेकिन वे हमेशा पीछे छूट जाती है । किसान के नाम पर पुरुष किस को प्राथमिकता दिया जाता है। जबकि सारी बाग डोर महिलाएं ही संभालती हैं इसलिए महिला किसानों को आगे बढ़कर काम करना चाहिए और अपनी प्रतिभा को नई सोच और दिशा देना चाहिए। गांव में समर्थन संस्था के आने के बाद किसानों के साथ-साथ बीज बैंक निर्माण ,स्वच्छता और जल संरक्षण पर भी काम किया जा रहा है प्राकृतिक संसाधन के प्रबंधन हेतु ग्राम में किसानों को एकजुट करके जल जमीन और जंगल को बचाने के लिए पहल किया जा रहा है जो की अत्यंत प्रशंसनीय है। महिला किसानों में देवकी साहू , लक्ष्मीबाई साहू दीपिका साहू, नारायणी साहू, यशोदा, सुनीता, किरण ठाकुर तथा उनके अन्य साथी इस कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं जो अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है।